Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में परीक्षा सुधारों को लेकर हुई चर्चा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 26 जून। जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद की परीक्षा शाखा द्वारा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के सहयोग से परीक्षा प्रणाली में गुणात्मक सुधारों को लेकर शिक्षकों तथा कर्मचारियों के लिए दो दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में 120 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग और परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजीव कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे। कार्यशाला का संचालन सहायक कुलसचिव श्री सचिन गुप्ता और सहायक प्रोफेसर डॉ प्रीति सेठी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि परीक्षा के माध्यम से मूल्यांकन, ग्रेडिंग और प्रमाणन प्रणाली छात्रों को सीखने के पथ पर आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्रौद्योगिकीय उन्नति और औद्योगिक जरूरतों के साथ आगे बढ़ने के लिए देश की उच्च शिक्षण संस्थाओं द्वारा इंजीनियरिंग सहित विभिन्न विषयों के लिए कई सुधारों का सुझाव दिया गया है, जिसका उद्देश्य रोजगार अनुपात को बढ़ाने के साथ-साथ छात्रों को अभिनव, समस्या-समाधानकर्ता और उद्यमशील बनने में सक्षम बनाना है। उन्होंने संकाय सदस्यों से इन सुधारों के कार्यान्वयन के लिए अपना योगदान सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
इसके उपरांत विशेषज्ञ सत्रों में डॉ अक्षय गिरधर, डीन अकादमिक, जीएनडीईसी, लुधियाना ने परिणाम आधारित शिक्षा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने एनएएसी और एनबीए जैसे प्रत्यायन निकायों के लिए आवश्यक विभिन्न मानदंडों पर चर्चा की। सीआरएसयू, जींद के परीक्षा नियंत्रक डॉ राजेश बंसल ने परीक्षाओं में आईसीटी के उपयोग के बारे में बताया। जेईसीआरसी, राजस्थान से प्रो. विवेक आनंद ने आकलन और मूल्यांकन के नवीन तरीकों पर सत्र को संबोधित किया और हायरमी प्लेटफॉर्म के एसोसिएट डायरेक्टर एस. महता ने ऑनलाइन परीक्षाओं की विभिन्न चुनौतियों पर विचार रखे। सत्र के दौरान प्रतिभागियों ने विशेषज्ञों से विभिन्न प्रश्न पूछे जिनका विशेषज्ञ वक्ताओं ने उचित उत्तर दिया।