Faridabad NCR
लिंगानुपात सुधार के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह प्रतिबद्ध : उपायुक्त विक्रम सिंह

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 05 अगस्त। जिला में लिंगानुपात सुधार की दिशा में प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम उठाते हुए उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि भ्रूण लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराधों की रोकथाम के लिए प्रशासन पूरी तरह सजग एवं सतर्क है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में नियमित रेड की संख्या में वृद्धि की जाए, ताकि लिंग परीक्षण करने वाले अपराधियों की प्रभावी ढंग से धर-पकड़ की जा सके।
उपायुक्त ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि अवैध रूप से MTP किट बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए। यह निर्देश उपायुक्त ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला में लिंगानुपात सुधार हेतु स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभागों की समीक्षा बैठक के दौरान दिए।
उन्होंने कहा कि नैतिक जिम्मेदारी के साथ लिंगानुपात में सुधार की दिशा में चल रहे प्रयासों को निरंतर गति मिलनी चाहिए। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां लिंगानुपात असंतुलित है, वहां केंद्रित अभियान चलाए जाएं।
डीसी ने कहा कि शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में संबंधित विभाग मॉनिटरिंग प्रणाली को मजबूत करें और नियमों की अवहेलना करने वालों पर तुरंत कार्रवाई करें। इसके साथ ही, इस सामाजिक पहल में योगदान देने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं को प्रशासनिक स्तर पर प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।
*गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की समुचित जांच के निर्देश*
बैठक में डीसी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि कम लिंगानुपात वाले गांवों में गर्भवती के पंजीकरण व अन्य सबंधित मानकों की सघन निगरानी आवश्यक है ऐसे गांवों में गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण अनिवार्य रूप से करें और प्रत्येक स्तर पर उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच सुनिश्चित करें। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को आपसी समन्वय से ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना को सफल बनाने हेतु समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना होगा। बेटी के जन्म से लेकर उसकी शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा और सम्मान तक सभी पहलुओं पर सजगता से कार्य किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि लिंग जांच और कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है, जिसमें समाज के प्रत्येक नागरिक का योगदान आवश्यक है।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत आहूजा, महिला एवं बाल विकास विभाग की डीपीओ मिनाक्षी चौधरी, डिप्टी सीएमओ डॉ. मान सिंह सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।