Faridabad NCR
जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में उचित सहायता उपलब्ध करवाए जिला प्रशासन : ललित नागर
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : यमुना के बढ़ते जलस्तर के चलते नदी से सटे गांवों व कालोनियों में लोगों के खेतों व घरों में कई-कई फुट पानी पहुंच गया है, जिसके चलते जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। हालात यह हो गए है कि सैकड़ों एकड़ फसलें पानी के चलते नष्ट हो गई है वहीं लोग अपने घरों को छोडक़र सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो रहे है। इसी को लेकर तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर ने आज क्षेत्र की शिव कालोनी, बसंतपुर कालोनी, शिवम एंक्लेव, इस्माइलपुर कालोनी, अजय एंक्लेव-2, गांव बसंतपुर, ददसिया, लालपुर, महावतपुर, अल्लीपुर तिलौरी, ढहकौला, मौजाबाद, अमीपुर, मंझावली आदि कालोनियों व गांवों में जाकर जलभराव क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से रूबरू हुए। इस दौरान श्री नागर ने बताया कि उपरोक्त जगहों पर करीब 5 से 8 फुट पानी पहुंच गया है, जिसके चलते लोगों को काफी नुकसान हुआ है वहीं गांवों की बात करें तो खेतों में कई-कई फुट पानी भरा हुआ है, जिसके चलते सारी सब्जियां और फसलें नष्ट हो गई है इसलिए सरकार को नष्ट हुई फसलों की गिरदावरी करवाकर किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलवाना जाना चाहिए। श्री नागर ने कहा कि यमुना से सटे गांवों व कालोनियों में बाढ़ के हालात बन गए है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई पुख्ता इंतजामात नजर नहीं आ रहे। जब प्रशासन को ऐसी स्थिति का अंदेशा तो पहले ही सुरक्षा के इंतजामात क्यों नहीं किए गए। आज लोग अपने घरों, खेतों व प्लाटों को छोडक़र धक्के खा रहे है, उन्हें न तो रहने की उचित जगह मिल रही और न ही खान-पान की कोई व्यवस्था है। इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को संज्ञान लेना चाहिए और इस संकट के घड़ी में लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए। श्री नागर ने कहा कि आपदा के इस कठिन समय में लोग घबराएं नहीं बल्कि इस परिस्थिति का सामना करें, उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी आह्वान किया कि वह अपने आसपास रहने वाले लोगों की हरसंभव मदद करने का प्रयास करे। इससे पहले ललित नागर ने घर का सामान निकालते हुए करंट से अकाल मौत का ग्रास बने सतीश कुमार के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें भी ढांढस बंधाया। इस मौके पर उनके साथ मुख्य रूप से रविंद्र वशिष्ठ, कमल सिंह चंदेला, मुकुटपाल, सुंदर नेता जी, गंगाराम जाट, हाजी जी, चंदा सरपंच, कैप्टन ईश्वर सिंह, कृष्ण त्यागी, सुखराज अवाना, भुल्ली राम आदि मौजूद थे।