Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 5 जून। मॉडर्न डीपीएस के अभिभावकों द्वारा की गई शिकायत को स्कूल प्रबंधक से सांठगांठ करके रफा दफा करने से नाराज अभिभावकों ने शुक्रवार को डीसी निवास पर मौन प्रदर्शन करके उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया है कि इस स्कूल के अभिभावकों ने अप्रैल महीने में दर्जनों शिकायत चेयरमैन एफएफआरसी, उपायुक्त व जिला शिक्षा अधिकारी को दे दी थी। उन पर की गई कार्रवाई के बारे में जब जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि अभिभावकों ने अपनी शिकायत को वापस ले लिया है और अभिभावकों का स्कूल प्रबंधक से समझौता हो गया है। यह जानकारी मिलने से हैरान-परेशान अभिभावक सचिन शर्मा, दीपक खुराना, सुरेशअंटिल, जितेंद्र सिंह, मनोज कौशिक, मोहित गर्ग, विवेक यादव, अंकित सिंघल, हर्ष मिधा, विकास खंडूजा आदि ने डीसी को बताया कि उन्होंने कोई भी शिकायत वापस नहीं ली है और ना स्कूल से कोई समझौता हुआ है। उनकी शिकायत अभी भी कायम है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यही है कि चेयरमैन एफएफआरसी ने उनकी शिकायत पर इस स्कूल के प्रबंधक को 25 मई को नोटिस भेजा है और उसकी प्रति शिकायत कर्ता को सूचनार्थ भेजी गई है। इस पर उपायुक्त ने तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी से बात की तो उन्होंने भी यही जानकारी दी कि शिकायत कर्ताओं का स्कूल प्रबंधक से समझौता हो गया है। इसके बाद डीसी ने डीईओ ऑफिस से उस शिकायत को मंगवाया जिस पर समझौता करने की बात कही गई है
अभिभावकों ने शिकायत देखकर डीसी को बताया कि इसमें ना हमारे नाम है ना कोई हस्ताक्षर। यह स्कूल प्रबंधक की चाल है उसने अपने चहेते अभिभावकों से यह धोखाधड़ी कराई है। अभिभावकों की बात सुनकर डीसी ने तुरंत इस धोखाधड़ी की जांच के आदेश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए हैं। और उनसे 2 दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
प्रदर्शन के बाद अभिभावकों ने अभिभावक एकता से भी संपर्क किया और उन्हें सारी सच्चाई बताई। मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व जिला सचिव मनोज शर्मा ने कहा है इस स्कूल के प्रबंधक साम, दाम, दंड, भेद की नीति पर चल रहे हैं। पहले टीचर्स के द्वारा छात्रों को, उनके अभिभावकों को धमकाया गया। धमकाने वाला वीडियो काफी वायरल हुआ, अधिकारियों तक भी पहुंचाया गया लेकिन इस स्कूल प्रबंधक व टीचर के खिलाफ कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की गई। इसी से स्कूल प्रबंधकों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने इस तरह की अशोभनीय हरकत जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर की है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच करने के लिए मंच की ओर से मुख्यमंत्री व अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा महावीर सिंह को लिखा गया है।
और तुरंत इसकी जांच कराकर जिला शिक्षा अधिकारी व स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वे इसी तरह अपनी आवाज बुलंद रखें, स्कूलों की मनमानी का पुरजोर तरीके से विरोध करें।जागरूक व एकजुट होकर के मंच का साथ दें। मंच उनकी पूरी मदद करेगा।