Faridabad NCR
अमृता अस्पताल के डॉक्टरों और छात्रों ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए फरीदाबाद में कैंडल मार्च निकाला
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 17 अगस्त। अमृता अस्पताल, फरीदाबाद के 200 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टरों, इंटर्न और मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीजी मेडिकल छात्रा के साथ हुए बर्बर दुष्कर्म और हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान कोलकाता में और देश भर के अस्पतालों में काम करने वाली महिला स्वास्थ्य पेशेवरों की बेहतर सुरक्षा की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। मार्च अमृता अस्पताल से शुरु होकर 5 किमी की दूरी तय करते हुए बडकल मोड़ पर खत्म हुआ।
अमृता हॉस्पिटल, फरीदाबाद के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजीव सिंह ने कहा, “कोलकाता में एक महिला पीजी मेडिकल छात्रा के साथ हुई भयावह घटना से हम सभी बेहद आहत हैं। डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर अपना पूरा जीवन दूसरों की जान बचाने के लिए समर्पित कर देते हैं। सभी स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा, गरिमा और सम्मान समाज और सरकार द्वारा हर कीमत पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए। महिला डॉक्टर और नर्सें विशेष रूप से असुरक्षित हैं। यह कैंडल मार्च समुदाय और अधिकारियों को स्वास्थ्य देखभाल की अग्रिम पंक्ति में सेवा करने वालों की सुरक्षा की महत्वपूर्ण आवश्यकता की याद दिलाने का एक शांतिपूर्ण लेकिन शक्तिशाली तरीका है।”
उन्होंने आगे कहा, “देश भर में महिला चिकित्सा कर्मियों की सुरक्षा से समझौता करने की घटनाओं में हालिया वृद्धि ने देश भर में स्वास्थ्य सेवा समुदाय को एकजुट होने और इस उद्देश्य के लिए एकजुटता व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया है। अमृता अस्पताल में हमने हमेशा स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा का समर्थन किया है। इस कार्यक्रम के आयोजन में हमारे रेजिडेंट डॉक्टर्स, इंटर्न और छात्रों के सामूहिक प्रयास को देखकर खुशी हो रही है और हमें उम्मीद है कि इससे रचनात्मक संवाद और कार्रवाई योग्य परिणाम सामने आएंगे।”
इससे पहले आज सुबह अमृता अस्पताल के विभागों के प्रमुखों (एचओडी) और वरिष्ठ सलाहकारों ने स्वास्थ्य सेवा पेशे में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करने और कोलकाता की घटना पर गुस्सा व्यक्त करने के लिए अपने विशाल परिसर में एक शांतिपूर्ण मार्च आयोजित किया था।