Connect with us

Faridabad NCR

देशी-विदेशी कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से पर्यटकों पर संस्कृति की छोड रहे हैं अमिट छाप

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 12 फरवरी। 36 वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेला में आने वाले पर्यटकों का देशी-विदेशी कलाकार अपने देश की समृद्ध संस्कृति की शानदार प्रस्तुतियों के साथ स्वागत कर रहे हैं। हरियाण पुलिस बैंड के अलावा विदेशी कलाकारों में स्टेट ऑफ इलेट्रिया, रिपब्लिक ऑफ मेडागास्कर, इथियोपिया, तंजानिया तथा पूर्वोत्तर के राज्य नागालैंड की सांस्कृतिक टीमों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया तथा अपने प्रदेश व देशों की समृद्ध संस्कृतियों की अमिट छाप छोडी।
हरियाणवी परिधान में सजे धजे कलाकारों की टोलियां मेला परिसर के कोने-कोने में देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी शानदान प्रस्तुतियों से थिरकने पर मजबूर कर रहे हैं। इसके अलावा मुख्य चौपाल एवं छोटी चौपाल पर भी दिनभर देशी-विदेशी कलाकारों की प्रस्तुतियों को पर्यटक काफी सराह रहे हैं। स्टेट ऑफ इलेट्रिया के दल ने सेरेले डांस के माध्यम से अच्छी उपज होने पर अपनी खुशी का इजहार किया। रिपब्लिक ऑफ मेडागास्कर के कलाकारों ने लांबा पारंपरिक परिधान में अपने देश की संस्कृति की झलक बिखेरी। नागालैंड के कलाकारों ने भी वार डांस के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
मेले की मुख्य चौपाल पर रविवार को दोपहर कालीन सत्र में विशेष आकर्षण के रूप में हरियाणा पुलिस के बैंड की बॉलीवुड फिल्मों के हिंदी गानों पर शानदार प्रस्तुतियों रही। एएसआई विनोद कुमार के नेतृत्व में 11 सदस्यीय हरियाणा पुलिस की टीम ने अनेक गानों पर दर्शकों को झूमने पर काफी देर तक मजबूर किए रखा। इन कलाकारों की प्रस्तुति के दौरान दर्शक लगातार थिरकते रहे। हरियाणा पुलिस बैंड की प्रस्तुति में पयटकों को यह संदेश भी दिया कि हरियाणा पुलिस केवल सेवा, सुरक्षा और सहयोग के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि कला, संस्कृति के मामले में भी वे किसी से कम नहीं हैं।
बॉक्स:-
छोटी चौपाल पर भी हरियाणवी कलाकारों ने मचाया धमाल
छोटी चौपाल पर दोपहर कालीन सत्र में हरियाणवी कलाकारों ने हरियाणवी परिधान में अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध किए रखा। डा. संध्या शर्मा ने अपनी टीम के साथ पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर जानी चोर सांग के किस्से की रागनियां प्रस्तुत की। उन्होंने प्रदेश की गौरवगाथा के अलावा पति-पत्नी की नौंक-झौंक की भी सुंदर प्रस्तुतियां दी।
उन्होंने जानी चोर तथा सुनार की पुत्री सोना के संवाद को रागनी के माध्यम से प्रस्तुत किया। हरियाणा की गौरवगाथा का वर्णन उन्होंने देशां में देश भारत, भारत में हरियाणा तथा मर्द सूरमा, बीर कमेरी रागनियां का गाना के माध्यम से किया। उन्होंने पति-पत्नी की मीठी नौंक-झौंक का वर्णन मत छेड़ बलम मेरे चूंदड़ नै, ना तै हो ज्या गी तकरार जले के माध्यम से किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक अधिकारी डा. दीपिका वालिया, डा. सुमन डांगी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com