Views: 5
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 15 जुलाई। IMT फरीदाबाद के उद्योगपतियों को डबल टैक्सेशन की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ HSIIDC मेंटेनेंस चार्ज वसूल रहा है और दूसरी ओर नगर निगम अब प्रॉपर्टी टैक्स के नाम पर दबाव बना रहा है। इसी मुद्दे को लेकर आज IMT इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान श्री प्रमोद राणा, अपनी टीम और अनेक उद्यमियों के साथ नगर निगम कमिश्नर से मिले।
मुलाकात के दौरान श्री राणा ने डबल टैक्स के इस अन्यायपूर्ण बोझ के बारे में विस्तार से जानकारी दी और आग्रह किया कि उद्यमियों को कुछ समय दिया जाए, ताकि यह मामला राज्य सरकार और संबंधित मंत्रियों के समक्ष रखकर समाधान निकाला जा सके।
समय इसलिए भी मांगा गया क्योंकि उद्यमी हाल ही में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर जी से भी मिल चुके हैं, और उन्होंने स्पष्ट आश्वासन दिया है कि वे इस समस्या से जल्द राहत दिलवाएंगे।
हालांकि, कमिश्नर ने स्पष्ट किया कि यह विषय उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है और इसे केवल सरकार के स्तर पर ही सुलझाया जा सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब तक कोई नया निर्देश नहीं आता, उद्यमियों को प्रॉपर्टी टैक्स जमा करना ही होगा।
इस पर श्री प्रमोद राणा ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की नीतियों के चलते उद्योग चलाना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है। हाल ही में बिजली की दरों में भारी वृद्धि की गई है और अब डबल टैक्स का बोझ — ये सब मिलकर उद्योगपतियों की आर्थिक स्थिति को हिला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब अन्य राज्य उद्योगों को आकर्षित करने के लिए सब्सिडी, सस्ती दरों पर भूमि, रियायती ऋण और आसान अनुमति प्रक्रियाएं उपलब्ध करवा रहे हैं, तो हरियाणा में उल्टा दबाव डाला जा रहा है। यदि समय रहते इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया, तो फरीदाबाद से उद्योगों का बाहर पलायन शुरू हो सकता है — और कुछ उद्योग तो पहले से ही ऐसा प्लान कर रहे हैं।
प्रमोद राणा ने यह भी चेताया कि अगर सरकार के स्तर पर कोई हल या राहत नहीं मिलती, तो मजबूरन उद्योगपतियों को कोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा।
उन्होंने साफ कहा कि IMT फरीदाबाद के साथ यह डबल टैक्सेशन एक प्रकार का अन्याय है, क्योंकि हरियाणा के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों या किसी अन्य राज्य में ऐसी दोहरी कर प्रणाली लागू नहीं है।
प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के प्रमुख पदाधिकारी और कई प्रमुख उद्योगपति शामिल रहे, जिनमें विशेष रूप से:
एसोसिएशन पदाधिकारी:
•रश्मि सिंह – जनरल सेक्रेटरी
•अजय अबरोल – एडिशनल जनरल सेक्रेटरी
•देविंदर गोयल – कोषाध्यक्ष (Treasurer)
•तेज चौधरी – चेयरमैन
•डीपी यादव – चेयरमैन
ब्लॉक लीडर्स:
•पंकज गुप्ता
•कमल खंडेलवाल
•कमल गुप्ता
•चिराग शर्मा
•राजेश देशवाल
प्रमुख उद्योगपति:
•मिल्खराज सिंह
•अमित खन्ना
•महेंद्र कुमार
•बजरंग शर्मा
•बिर्जेश कुमार
•राजबीर सैनी
•भीषण सिंह
•ललित भारद्वाज
•भारत सिंह
•मुकेश शर्मा
•दीपक शर्मा
•तथा अन्य उद्योगपति
प्रमोद राणा ने आश्वासन दिया कि वे इस विषय को राज्य सरकार और मंत्रियों के समक्ष दोबारा प्रमुखता से उठाएंगे और जब तक इसका न्यायसंगत समाधान नहीं निकलता, तब तक उद्योगपतियों के हितों की लड़ाई जारी रखेंगे।