Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : जानवरो से प्रेम और उनकी सेवा करने वाले लोग वैसे ही दया का भंडार होते हैं। उनकी यह सेवा निश्चित रूप से एक अच्छे वातावरण का निर्माण करती है। रोटरी क्लब ऑफ सिटी फरीदाबाद और मि एंड माय ह्यूमन संस्था मिलकर सभी जीव प्रेमियों जोड़ने का प्रयास करते रहते हैं। इसी कड़ी में रविवार को रक्त-दान शिविर आयोजित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. अर्पित जैन ने स्वयं रक्त दान किया और लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को बचपन से त्याग, दया और सेवा के संस्कार दिए जाने चाहिए जिससे वे परिवार और समाज के जिम्मेदार सदस्य बनेंगे ।हमारे आसपास अगर कोई भी गरीब, परेशान व्यक्ति है तो उसकी यथा सम्भव मदद अवश्य करें। साथ ही हमारे घर के आस पास रहने वाले जानवरों के भोजन,पानी, स्वास्थ्य की चिंता सबको करनी चाहिए। अगर बच्चों को बचपन से उनकी सेवा के संस्कार दिए जाएं तो उनके सम्पूर्ण जीवन में दया, प्रेम, सेवा और त्याग के भाव परिलक्षित होंगे जिससे परिवार, समाज व सम्पूर्ण मानवता का फायदा होगा।
रोटरी क्लब ऑफ सिटी के प्रेजिडेंट डॉ. हेमन्त अत्रि ने कहा कि रक्त दान को महादान कहा गया है। कोरोना काल मे ब्लड बैंक्स में रक्त की भारी कमी आ गयी है , ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को आगे आकर रक्त दान करना चाहिए ।
मि एंड माय ह्यूमन संस्था की संस्थापक सुश्री वृंदा शर्मा , निस्वार्थ रूप से मूक प्राणियों की सेवा में लगी हैं । वे लोगों को जागरूक करने के लिए समय – समय पर विभिन्न कार्यक्रम करती रहती हैं। उनके अनुसार इस कार्यक्रम से जहां लोग पशुओं के प्रति सम्वेदन शील बनेंगे वहीं रक्त दान जैसे पुनीत कार्य से भी जुड़ेंगे।
इस अवसर पर रोटरी ब्लड बैंक अध्यक्ष श्री संजय वाधवान और उपाध्यक्ष श्री दीपक प्रसाद जी ने लोगो को रक्त दान का महत्व और उसके फायदों के बारे में बताया।
वीमेन्स पावर टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति हुई और उसकी संस्थापक चांदनी आज़ाद जी ने सभी का आभार व्यक्त कियाl
मानव रचना यूनिवर्सिटी की डीन ऑफ स्टूडेंट्स श्रीमती छवि भार्गव शर्मा, वॉइस ऑफ वोइसलेस के अजयदीप, पी.एफ.ए. ट्रस्ट के रवि दुबे, श्रीमती संगीता नेगी, कांता सांगवान एवं शहर के कई गणमान्य नागरिक इस कार्यक्रम में सम्मलित हुए।
डीसीपी मुख्यालय डॉ अर्पित जैन ने कहा कि ऐसे रक्तदान शिविर का आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए ताकि लोगों में रक्तदान को लेकर भावना जगे तथा रक्तदान करने के लिए और भी लोगों को प्रेरित करें, हर व्यक्ति को प्रत्येक 6 महीने में रक्तदान करना चाहिए। इससे जरूरतमंद लोगों की जान बचती भी है। साथ ही रक्तदाता को शारीरिक दृष्टिकोण से भी काफी फायदा होता है। आगे वे युवाओं को रक्तदान के लिए जागरूक भी करेंगे।