Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : एनपीटीआई, फरीदाबाद में अपनी पहली उच्चस्तरीय बैठक में डॉ0 तृप्ता ठाकुर ने प्रशिक्षण के क्षेत्र में प्रशिक्षणार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए संस्थान में कई और पाठ्यक्रमों तथा अत्याधुनिक विषयों को अपनाए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने एनपीटीआई की फैकल्टी से वर्तमान की कठिन परिस्थिति से भी उच्च उत्साह के साथ निपटने और इस क्षेत्र में विद्युत प्रशिक्षण की गतिविधियों को तेज करने का आह्वान किया, साथ ही उन्होंने राजस्व बढ़ाने के लिए भी विभिन्न उपाय किए जाने के सुझाव दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने संस्थान की फैकल्टी से ऊर्जा-खपत को कम करने के लिए विभिन्न कारगर कदमों के लिए प्रस्ताव देने को कहा। उन्होंने कहा कि अन्य क्षेत्रीय संस्थानों के संकाय-सदस्यों के साथ मिलकर एनपीटीआई में संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की मार्केटिंग, एक कॉरपोरेट व्यवसाय विकास टीम के माध्यम से की जाएगी। इसके अलावा एनपीटीआई एक मॉडल के माध्यम से अपनी परामर्शी गतिविधियों को भी आगे बढ़ाएगा, जैसा कि आईआईटी एवं एनआईटी में किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया आदि के माध्यम से एनपीटीआई में आयोजित पाठ्यक्रमों की दृश्यता में सुधार के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे। साइबर-सुरक्षा जैसे पाठ्यक्रमों पर भी अधिक फोकस किया जाएगा, ताकि राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर साइबर-हमलों से विद्युत क्षेत्र के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को सुरक्षित किया जा सके। एनपीटीआई इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एआई और एमएल, ब्लॉक चेन, डाटा-एनालिटिक्स आदि जैसे कार्यक्रमों में भी प्रवेश करेगा। एनपीटीआई ई-लर्निंग तकनीकों पर भी अब उच्च स्तर पर बल देगा।