Faridabad NCR
इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर बना मात्र 4 महीने का दुआंश गर्ग
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : जिस उम्र में बच्चों का अधिकांश समय पालने मे खेल-कूद में जाता है, हरियाणा के बल्लभगढ़ शहर के निवासी दुआंश गर्ग (Duaansh Garg) ने कुछ ऐसा कर दिखाया है कि हर तरफ तारीफ हो रही है। महज 4 माह के दुआंश गर्ग ने इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। उन्होंने केवल सबसे कम उम्र मे अधिकतम सरकारी दस्तावेज रखने का कीर्तिमानधारी स्थापित किया है। 8 अक्टूबर 2022 को बल्लभगढ़ में पैदा हुए दुआंश गर्ग की इस उपलब्धि पर उनका परिवार बेहद खुश है। यहां दर्ज हुआ रिकॉर्ड
जैसा ज़ाहिर है की इंडिया’स वर्ल्ड रेकॉर्ड (आईडबल्यूआर) के तहत किसी क्षेत्र मे उन लोगो को जगह दी जाती है जो आपने आप मे अतुलनीय होते हैं या कुछ खास और अद्भुत काम करते हैं। इसी श्रृंखला मे दुआंश गर्ग ने जन्म के बाद सबसे जल्दी और अधिकतम वैध दस्तावेज रखने का कीर्तिमानधारी स्थापित किया है। इस रिकॉर्ड को आधिकारिक तौर पर इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड’ द्वारा दर्ज किया गया है।
पैरेंट्स ने दिखाई अवेयरनेस
दुआंश गर्ग के पिता श्री नितिन अग्रवाल जी, जो ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, विद्युत मंत्रालय, दिल्ली मे लेखा सहायक के पद पर कार्यरत हैं। ने सभी दस्तावेजों (जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, सरकारी टीकाकरण कार्ड, पेन कार्ड, मेडिक्लेम आभा कार्ड, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (आभा कार्ड), बैंक खाता, पीपीएफ खाता, किसान विकास पत्र, परिवार पहचान पत्र, एलआईसी, आवर्ती जमा) के बारे में विस्तार से बताया। अग्रवाल जी का कहना है की दुआंश गर्ग के 6 महीने होने तक वो इसके पासपोर्ट सहित 15 से ज्यादा दस्तावेज़ पूरे कर लेंगे। उन्होने कहना है की – लोग इस बात से हैरान हैं की छोटे बच्चे का पेन कार्ड बन सकता है। मतलब साफ है की समाज के लोगो मे सरकारी दस्तावेजों से संबंधित जानकारी की कमी है।
दुआंश गर्ग की माता श्रीमती पूजा अग्रवाल जी ने बताया की दुआंश गर्ग इंडिया का पहला ऐसा बच्चा है जिसके पास इतनी कम उम्र मे स्वयं के इतने सारे सरकारी दस्तावेज़ हैं। घर मे उत्सव का माहौल है और आस पास पड़ोसियो और रिस्तेदारों की बधाई देना का तांता लगा हुआ है।
समाज को संदेश
दुआंश गर्ग के मां बाप द्वारा 12 सरकारी सर्टिफिकेट बनवाए गए जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है जो मां बाप की अवेयरनेस को दर्शाती है। आज कल जहां लोग एक तरफ अपने आईडी, एड्रेस प्रूफ और जरूरी दस्तावेज़ बनवाने से डरते हैं या समय का आभाव का बहाना बता कर अनदेखा कर देते हैं। ऐसे लोगो को जनहित मे एक संदेश दिया की सरकार की हिदायतों के मुताबिक वैध दस्तावेज़ समय पर बनवाने चाहिए।