Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 12 दिसंबर। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी किसान सैल के प्रदेश महासचिव हेम डागर ने कहा कि प्रदेश के किसानों के हित को देखते हुए मुख्यमंत्री को हरियाणा में कृषि अधिनियम बिल लागू नहीं करने चाहिए अन्यथा किसानों का आक्रोश सरकार को झेलना पड़ेगा। श्री हेम डागर शनिवार को पृथला विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण तबकों में किसानों से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कहा कि आज 3 हफ्ते से भी अधिक समय हो गया है, प्रदेश एवं पंजाब के किसान सडक़ों पर पड़े हैं, मगर गूंगी-बहरी भाजपा सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। सरकार को यह हठधर्मिता भारी पड़ेगी और इसका नुकसान भविष्य में जरूर उठाना होगा। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सबसे पुरानी राष्ट्रवादी पार्टी है, जिसने सभी वर्गों के हितों को साधने का काम किया है। कांग्रेस सरकार के शासनकाल में इतना बड़ा आन्दोलन किसानों का कभी नहीं हुआ। सरकार को किसानों से बातचीत कर उनकी मांगें माननी चाहिए और इस आन्दोलन को खत्म करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। कांगे्रसी नेता ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं और जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती वो अपना विरोध नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेेसी पार्टी किसानो के साथ है और उनके हित में कानूनों को वापस लेने की मांग करती है। हेम डागर ने कहा कि किसान हितैषी होने का दावा करने वाले प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को किसान आन्दोलन के समर्थन में सत्ता का लालच छोडक़र भाजपा से समर्थन वापिस ले लेना चाहिए। ज्ञातव्य है कि प्रदेश के किसानों ने हरियाणा के सभी टोल प्लाजा को फ्री करने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त 14 दिसम्बर को किसानों ने जिला कार्यालयों पर प्रदर्शन का निर्णय लिया है।