Faridabad NCR
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेले में मिट्टी के बर्तन बने पर्यटकों की पहली पसंद

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 11 फरवरी। अरावली की वादियों में चल रहे 38 वें सूरजकुंड अंतरराष्टï्रीय शिल्प मेले में जहां देश-विदेश से आए कलाकार अपनी संस्कृति का रंग बिखेर रहे हैं, वहीं मेले में शिल्प कला का अद्भुत नजारा भी देखने को मिल रहा है। इस बार मेला ग्राउंड में मिट्टी के बर्तनों की स्टाल की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मेले में इस स्टॉल के सामने से गुजरने वाले पर्यटक इन मिट्टी के बर्तनों की खरीददारी कर रहे हैं।
सूरजकुंड में 7 फरवरी से शुरू हुए 38 वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में इस बार दर्शकों को मिट्टी से तैयार बर्तन बहुत आकर्षित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कामगारों के रोजगार को बढ़ावा देने के लिए वोकल फॉर लोकल योजना शुरू की थी, जिसके बाद हाथ का काम करने वाले कारीगरों के रोजगार में बढ़ोतरी हुई हैं। सरकार की यह मुहिम इस बार के सूरजकुंड मेले में सफलता की सीढ़ियां चढ़ती नजर आ रही है। फरीदाबाद व आस-पास के राज्यों से अनेक कारीगर इस बार सूरजकुंड मेले में मिट्टी से तैयार बर्तनों की स्टाल लगाए हुए हैं। शिल्प मेला में मिट्टी से तैयार यह बर्तन दर्शकों को लुभा रहे हैं।
पलवल से आई पुष्पा देवी सहित मेला ग्राउंड में अनेकों कारीगरों ने हाथों से तैयार मिट्टी के बर्तनों की स्टॉल लगाई हुई हैं। इन स्टालों पर 50 रुपए से लेकर 1500 रुपए की कीमत के मिट्टी के बर्तन खरीदे जा सकते हैं। मिट्टी से तैयार इन बर्तनों में कप, गिलास, बोतल, कुक्कर, कढ़ाई, तवा, केतली, लोटा, गुल्लक, जग, ट्रे सहित बच्चों के खिलौने भी शामिल हैं।