Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कोरोना में सबसे अधिक नुक्सान शिक्षा जगत को हुआ है। इसलिए हमें वित्त बजट से काफी उम्मीदें थी। वित्त मंत्री ने गरीब व पिछड़े वर्ग को शिक्षित करने के लिए जो बजट में प्रावधान किए हैं, वे सराहनीय हैं। इसके अलावा युवाओं को स्किल्ड वर्कर बनाने पर जोर दिया गया है। डिजीटल एजुकेशन को बढ़ावा देने का बजट में प्रावधान किया गया है, जोकि अच्छे कदम हैं परंतु बजट से एजुकेशन सैक्टर को बूस्ट मिलने की जो उम्मीद थी, उसमें हमें जरूर निराशा हुई है क्योंकि पिछले वर्ष भी शिक्षा के बजट में कटौती कर स्वास्थ्य पर जोर दिया गया था। बजट में सरकारी शिक्षण प्रणाली पर अधिक जोर दिया गया है जबकि निजी सैक्टर बड़े स्तर पर बच्चों को शिक्षित करते हुए सरकारी तंत्र की मदद करता है। ऐसे में इस बार एजुकेशन सैक्टर भी बूस्टर डोज की उम्मीद में था परंतु हालात को देखते हुए जो भी सरकार ने निर्णय लिए हैं, हम उनका स्वागत करते हैं।