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Faridabad NCR

डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद दवारा अमृतसर का शैक्षिक भ्रमण

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद अपने छात्रों के समग्र शैक्षिक विकास के लिए सदा तत्पर रहता है। अपने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए महाविद्यालय के हिंदी विभाग और इतिहास विभाग द्वारा दिनांक 1 अप्रैल, 2022 को अमृतसर का शैक्षिक भ्रमण किया गया। कोरोना ककल के बाद विद्यार्थियों का यह पहला शैक्षिक टूर था। इस शैक्षिक यात्रा में महाविद्यालय के पांच शिक्षक/शिक्षिकाएं यथा श्रीमती कमलेश, सहायक प्रोफेसर-इतिहास विभाग, श्री शिवम झाम्ब, सहायक प्रोफेसर-अंग्रेजी विभाग, श्रीमती श्वेता वर्मा एवं श्रीमती ममता कुमारी, सहायक प्रोफेसर-हिंदी विभाग और श्री रविंदर जी ने भाग लिया। बीए द्वितीय और तृतीय वर्ष के 38 छात्र-छात्राएं इस शैक्षिक भ्रमण में शामिल थे। कॉलेज प्राचार्य डॉ. सविता भगत ने महाविद्यालय परिसर से रात्रि 9:00 बजे अपने आशीष वचनों के साथ शैक्षिक टोली को बस से प्रस्थान करने की अनुमति दी। अगले दिन 2 अप्रैल, 2022 को शैक्षिक टोली अमृतसर के विश्व प्रसिद्ध स्वर्ण मंदिर गई। वहां सभी ने श्रद्धा पूर्वक माथा टेका और प्रसाद ग्रहण किया। छात्रों ने उत्साह के साथ स्वर्ण मंदिर परिसर का भ्रमण किया और इसके इतिहास से रूबरू हुए। इसके बाद यह शैक्षिक जत्था जालियांवाला बाग स्मारक गया। वहां जाकर सभी की आंखें नम हो गई। ऐसा प्रतीत होता था जैसे कि वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से साक्षात्कार कर रहे हों, पग-पग पर आजादी के दीवानों से मिल रहे हों। दीवारों पर गोलियों के निशान देखकर उन्हें आजादी की कीमत का पता चला। सभी शिक्षकों और छात्रों ने देश की आजादी को अक्षुण्ण रखने का संकल्प लिया। इसके बाद यह जत्था शाम 5:00 बजे बाघा बॉर्डर पहुंचा। बाघा बॉर्डर पर सूर्यास्त के समय भारत और पाकिस्तान के जवानों द्वारा रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। दोनों देशों के सुरक्षा बलों की आपसी सहमति से जवान सम्मान के साथ अपने-अपने देश का राष्ट्रीय ध्वज उतारते हैं। उस समय का दृश्य बहुत ही जोश भरा और आकर्षक होता है। बी.एस.एफ के जवानों द्वारा युद्धाभ्यास और पैरों को अधिकतम सीमा तक ऊपर उठाना दोनों देशों की प्रतिद्वंद्विता का प्रतीक और आपसी भाईचारे तथा सहयोग का प्रदर्शन है। बाघा बॉर्डर पर देश-विदेश के सैलानियों का जमघट इसकी प्रसिद्धि का परिचायक है। भारत माता के नारों से गुंजायमान वातावरण हमारी राष्ट्रीय एकता और देशभक्ति का परिचय देता है। ऐसा लगा मानो कि हमारे मन-मस्तिष्क और हृदय में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भर दी गई है। यह शैक्षिक भ्रमण अपने उद्देश्य को पूरा करने में पूरी तरह से सफल रहा। अगले दिन दिनांक 3 अप्रैल, 2022 को प्रातः 09:00 बजे शैक्षिक टोली खुशी में झूमते-गाते सकुशल फरीदाबाद वापस आ गई।
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