Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में उद्यमिता शिखर सम्मेलन-2024 संपन्न हुआ
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 29 मार्च। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के अनुसंधान और विकास प्रकोष्ठ के आईपीआर, इनोवेशन, इनक्यूबेशन और स्टार्टअप डिवीजन और प्रबंधन अध्ययन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय उद्यमिता शिखर सम्मेलन-2024 संपन्न हो गया। यह सम्मेलन केन्द्रिय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के पर्स कार्यक्रम के तहत प्रायोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप्स के समक्ष आने वाली मानव संसाधन चुनौतियों पर चर्चा को बढ़ावा देना, व्यावहारिक संवाद और परस्पर अनुभव साझा करने के लिए मंच प्रदान करना था।
शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन व्यवसाय योजना प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता के लिए 33 टीमों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को 39,000 रुपये के नकद पुरस्कार प्रदान किये गये, जिसमें महिला टीम को विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र से प्रो एस एम रौनाक मुस्तफा, पीओपी, उद्यमिता, डीटीयू, संस्थापक, कॉर्पोरेटवेंचरहब.कॉमय श्री राजीव गुलाटी, पूर्व प्रमुख, हरियाणा के हाट्र्राेन इनोवेशन एंड स्टार्टअप हब के पूर्व प्रमुख राजीव गुलाटी और नागरो में वरिष्ठ तकनीकी प्रबंधक (प्रधान अभियंता) नीरज सरूप शर्मा और व्हेयर यू एलिवेट के सह-संस्थापक एवं सीईओ ऋषभ इलवाडी शामिल रहे।
व्यवसाय योजना प्रतियोगिता के दौरान भाग लेने वाली टीमों ने कई नवीन विचार प्रस्तुत किए, जिनमें से प्रत्येक ने समकालीन चुनौतियों के लिए समाधान प्रदर्शित किए। टीम ‘नेस्टेज’ प्रतियोगिता की विजेता रही तथा 15,000 रुपये का नकद पुरस्कार जीता। टीम में रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग विभाग से क्रमशः दिव्यांशु पांडे, तुषार सिन्हा, कश्यप रैना, मनन गोयल और शुभम मक्कड़ कामकाजी पेशेवरों के लिए आवास क्षेत्र को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से अवधारणा का प्रस्ताव किया।
इसी प्रकार, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और पर्यावरण इंजीनियरिंग से क्रमशः सौम्या चैबे और राधिका शर्मा की टीम ‘सखी’ ने दूसरा पुरस्कार हासिल प्राप्त किया तथा भारतीय विरासत हथकरघा ब्रांड का प्रस्ताव रखा, जिसका उद्देश्य गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से कारीगरों और ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना है, जो सांस्कृतिक संरक्षण का मिश्रण प्रदर्शित करता है और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है।
‘रेडीक्यू’ टीम ने प्रतियोगिता का तीसरा पुरस्कार प्राप्त कंप्यूटर इंजीनियरिंग और डेटा साइंस विभाग के ध्रव मेहता इंजीनियरिंग आधारित एलएलएम मॉडल के उपयोग द्वारा साक्षात्कार की तैयारी का अभिनव दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
अंत में, महिला श्रेणी की ‘नैनोएग्रो’ टीम को विशेष पुरस्कार दिया गया, जिसमें जूलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी विभाग से क्रमशः यशिका ठाकरान और रिया ने फसल विकास को बढ़ाने के लिए नैनोबायोचार का दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने सभी विजेता टीमों को हार्दिक बधाई दी तथा उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
आईपीआर, इनोवेशन और इनक्यूबेशनध्स्टार्ट-अप डिवीजन के प्रभारी डॉ. संजीव गोयल और समन्वयक डॉ. सपना तनेजा ने कुलपति को विजयी टीमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को उनकी उत्साही भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया तथा प्रतिभागियों को विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर में उनके प्रस्तावों को प्री-इनक्यूबेट करने के अवसर की पेशकश की। जहां उन्हें बिना किसी लागत के परामर्श सहायता प्राप्त हो सकेगी तथा वे अपनी उद्यमशीलता को आगे बढ़ा पायेंगे। पर्स कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. दीपांश शर्मा, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. सोमवीर बजार और डॉ. सूरज गोयल ने प्रतियोगिता में सक्रिय भागीदारी को बधाई दी।