Faridabad NCR
नियमित रूप से शराब की थोड़ी मात्रा भी लिवर के लिए हानिकारक हो सकती है : डॉ. पुनीत सिंगला
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : शराब के सेवन से शरीर को होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए अप्रैल ‘अल्कोहल अवेयरनेस मंथ’ के रूप में मनाया जाता है। शराब पीने से लिवर पर पड़ने वाले असर पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए डॉ. पुनीत सिंगला, डायरेक्टर-लिवर ट्रांसप्लांट एवं एचपीबी सर्जरी, मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स फरीदाबाद ने कहा कि शराब पीने से लिवर के अंदर फैट जमा हो सकता है जिसे फैटी लिवर (लिवर का आकार बढ़ना) कहा जाता है। अगर फैटी लिवर की समस्या बनी रहती है तो लिवर के अंदर सूजन आ जाती है। सूजन बने रहने के कारण यह फाइब्रोसिस या सिरोसिस का रूप ले सकता है। ओपीडी में महीने में लगभग 100 मरीज शराब पीने के कारण लिवर की खराबी के साथ आते हैं। इनमें से लगभग 10 प्रतिशत मरीजों में लिवर फेलियर का पता चलता है और उन्हें लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है। ज्यादातर मरीज 25-50 की उम्र के होते हैं। शुरुआत में लिवर खराब होने के लक्षण ज्यादा नहीं दिखाई देते हैं। सिर्फ अल्ट्रासाउंड में फैटी लिवर या लिवर टेस्ट में सूजन का पता चलता है। अगर लिवर फेलियर हो जाता है तो पीलिया, पैरों में सूजन, पेट में पानी, दिमाग पर असर, गफलत, मसल्स कम होना आदि तकलीफ हो सकती हैं।
बहुत लंबे समय तक या बहुत ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन लिवर को खराब कर सकती है जिससे लिवर फेलियर हो सकता है और कुछ मरीजों को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत भी पड़ सकती है। अगर सिर्फ फैटी लिवर है तो समय रहते शराब छोड़ दी जाए, अपनी सेहत का ध्यान रखा जाये तो डॉक्टर की सलाह से आपका लिवर फिर से ठीक हो सकता है। अगर आप शराब ज्यादा मात्रा में पीते हैं तो भी आपके लिवर को नुकसान पहुँचता है अगर शराब नियमित रूप से भले ही कम मात्रा में पीते हैं तो भी आपको लिवर को नुकसान पहुँच सकता है। किसी भी प्रकार की शराब है ये लिवर को नुकसान ही पहुंचाती है। अल्कोहल की कितनी भी प्रतिशत में हो, लंबे समय तक इसका सेवन आपके लिवर को खराब कर सकता है। अगर मोटापा, व्यायाम कम करने और शराब का सेवन तीनों एक साथ हैं तो लिवर के जल्दी डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है।
सलाह:
· शराब के सेवन से बचें
· रोजाना नियमित रूप से 30-40 मिनट तक व्यायाम करें, हफ्ते में 4 दिन ऐरोबिक एक्सरसाइज करें
· शरीर के वजन को कंट्रोल में रखें
· साल में एक बार लिवर का चेकअप जरूर कराएँ
· अगर लिवर खराब है तो और भी जल्दी चेकअप होना चाहिए
· अगर किसी मरीज को फैटी लिवर है और लिवर में सूजन है तो उसे लिवर के डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर किसी मरीज को लिवर फेलियर हो गया है तो लिवर के डॉक्टर से मिलें। अगर लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है तो फिर लिवर ट्रांसप्लांट के बारे में सोचना चाहिए