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Faridabad NCR

सम्पति कर सर्वे में गड़बड़-घोटाले के विरोध में फरीदाबाद नगर निगम के कर्मचारियों ने पकड़ी संघर्ष की राह हड़ताल करने की दी चेतावनी

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 15 दिसम्बर। सम्पति कर सर्वे एजेंसी के द्वारा किये गये सर्वे में भारी पैमाने पर गड़बड़-घोटाले से परेशान फरीदाबाद नगर निगम के कर्मचारियों ने संघर्ष की राह पकड़ ली है और इस सारे घोटाले की उच्च-स्तरीय जांच करवाने व पूरा सर्वे दोबारा करवाने की मांग हरियाणा सरकार से की है। म्युनिस्पिल कारपोरेशन ईम्पलाईज फैडरेशन, फरीदाबाद के बैनर तले निगम के कर्मचारियों ने आज यहां निगम मुख्यालय पर इस मुद्दे को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर चले जायेंगे। फैडरेशन नेताओं ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि गलत सर्वे के द्वारा प्रदेश के लाखों शहरी नागरिकों की परेशानी का कारण बनी जयपुर की याशी कन्सलटैंसी नामक सर्वें एजेंसी के विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही करने की बजाये शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता सार्वजनिक तौर से उक्त डिफाल्टर कम्पनी को क्लीन चिट दे रहे हैं और विभाग के मंत्री व विभाग के आला अधिकारी सर्वें एजेंसी के द्वारा किये गये गडबड़-घोटाले को निगम कर्मचारियों को अत्यधिक टार्चर करके ठीक करने का दबाब बना रहे हैं, जिसे कर्मचारी हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे और इस महाभ्रष्टाचार का सड़कों पर आकर जोरदार विरोध किया जायेगा। फैडरेशन ने राजनैतिक दलों, रेजिडेन्ट वैलफेयर एसोसिएशनों, औद्योगिक, सामाजिक, कर्मचारी, मजदूर व धार्मिक संगठनों और मीडिया वर्ग से भी इस घोटाले के विरोध में आवाज उठाने का आह्वान किया है।
फैडरेशन प्रधान रमेश जागलान, वरिष्ठ उपप्रधान शाहाबीर खान, महासचिव दशरथ कुमार रेढू, नगर निगम कार्यालय कर्मचारी यूनियन के प्रधान नरेश कुमार बैंसला, सचिव अमित शर्मा ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए सर्वें एजेंसी के द्वारा सर्वें की खामियों का विस्तार से खुलासा किया।  उन्होंने बताया कि सर्वें डाटा में सम्पतियों का पता सही नहीं है, कालोनी नाम सही नहीं है, दो अलग-अलग मकानों की एक आई.डी. बना दी गई है, एक मकान की प्रयोग के अनुसार अलग-अलग आई.डी. बना दी है, अधिकतर यूनिटों में एरिया ठीक नहीं है, चाय व पान के खोखो, सरकारी जमीन पर बनी झुग्गियों, ग्रीन बैल्ट तक की आई.डी. बना दी गई है, एक आई.डी. के 30-30 तक आई.डी. बना दी गई है, यू.एल.बी. पोर्टल पर पहले से बनी हुई लगभग 2.70 लाख पुरानी आई.डी. के साथ सर्वे एजेंसी के द्वारा किये गये सर्वें का सही मिलान (इन्टीग्रेशन) नहीं किये जाने के कारण सर्वे से पहले की 2.70 लाख यूनिटों का ठीक-ठाक सम्पति कर डाटा भी डिस्टर्ब हो गया है जिसके कारण कर जमा नहीं हो पा रहा है, एन.आई.टी. फरीदाबाद स्थित दशहरा ग्राउंड बस स्टैंड की तीन आई.डी. बना दी गई है। बहुत सारी ईकाईयों की आई.डी. बनी ही नहीं है।  इसके इलावा और भी बहुत सारी अनियमिततायें सर्वें एजेंसी के द्वारा बरती गई है। उन्होंने निकाय मंत्री के इस दावे को कि सर्वे एजेंसी ने बहुत अच्छा काम किया है – सच्चाई से कोसों दूर बताया और आरोप लगाया कि निदेशालय में सर्वे के काम के ओवरआल प्रभारी अधिकारी के द्वारा गुमराह किये जाने पर मंत्री इस प्रकार की ब्यानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने निकाय मंत्री से वस्तुस्थिति की जानकारी लेने का आग्रह किया है।
आज के प्रदर्शन को अन्य के इलावा कर्मी नेता सुरजीत नागर, धीर सिंह, अतर सिंह भड़ाना, प्रमोद कुमार रोहिल्ला, कर्म चंद बघेल, शशी अधाना, रामकिशन फफूंदा, लाला राम नरवत, विजय कुमार शर्मा व सुखपाल सिंह आदि ने भी संबोधित किया।

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