Faridabad NCR
नशा करने वालों और नशीले पदार्थों के बेचने वालों की फरीदाबाद पुलिस और धाकड़ टीम कर रही है गम्भीरता से निगरानी
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 06 मार्च आज आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में हुड्डा कन्वेंशन सेंटर सेक्टर-12 में डीसीपी हेडक्वॉटर नितीश अग्रवाल व एडीसी अपराजिता जी ने धाकड़ योजना की मीटिंग में नशा करने वालों और नशीले पदार्थों के बेचने वालों की गम्भीरता से निगरानी के दिए सख्त दिशा निर्देश। धाकड़ योजना के तहत पुलिस और प्रशासन के सभी विभागों और अधिकारियो की धाकड़ टीमों का सहयोग लिया जाएगा। इस बैठक में एडीसी अपराजिता जी, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, एसडीएम बल्लबगढ त्रिलोक चंद, एसीपी मुनीश सहगल एसीपी सेंट्रल सतपाल यादव डीएसपी जीआरपी सहित धाकड़ योजना के क्रियान्वयन ने भी भाग लिया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि बैठक में डीसीपी हेडक्वॉटर ने कहा कि नशे को हम समाज के किसी एक वर्ग से नहीं जोड़ सकते। समाज में सभी वर्गों में हमे नशा करने वाला व्यक्ति मिल जायेगा। उन्होंने बताया की स्टेट एक्शन प्लान का मक़सद समाज को नशे पर एकत्रित करना है, इसको हमे आंदोलन की तरह लेना है। सरकार हॉक सॉफ्टवेयर के माध्यम से डाटा एकत्रित कर नशा मुक्ति अभियान में तेजी लाना चाहती है। इसमें आशा वर्कर अपने-अपने क्षेत्र में नशा करने वालों का डाटा फॉर्म के माध्यम से क्षेत्र के बीट इंचार्ज को देंगे, तत्प्रश्चात बीट इंचार्ज थाना प्रभारी से हॉक सॉफ्टवेयर पर यह डाटा अपलोड करेंगे। इस सम्बंध में फरीदाबाद के गांव,वार्ड, ब्लॉक, सब डिवीजन व जिला स्तर पर 344 पुलिसकर्मियों के साथ 1794 मेंबर्स की 186 टीमें की गठित की गई है। वार्ड प्रहेरी टीम में 145 आशा वर्क तथा 127 गांव आशा वर्क की टीम बनाई गई है। आशा वर्क नशा करने वालों और नशीले पदार्थों के बेचने वालों की लिस्ट बनाकर व उनकी पूर्ण जानकारी डोजियर फोर्म के माध्यम से कोन किस तरह का नशा करता है जानकारी उपलब्ध कराए जाएगी। नशा करने वालो की काउसली की जाएगी। जिनकी पुनः काउसली भी की जाएगी। प्रत्येक गांव/वार्ड में दो-दो प्रहरी नियुक्त किए गए हैं जिसमें एक प्रहरी तथा एक सहायक प्रहरी के तौर पर नियुक्त किया गया है। इसके माध्यम से पुलिस पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक अपनी पहुंच बनाकर उनतक पुलिस व कानून संबंधित सुविधाओं को पहुंचाने का कार्य करेगी। पुलिस आयुक्त ने इस बारे में सभी थाना प्रभारियों तथा ग्राम व वार्ड प्रहरियों को अहम निशा दिशा निर्देश दिए है। इन प्रहरियों को कुछ विशेष कार्य दिए गए हैं जिसमें प्रहरी के तौर पर नियुक्त पुलिसकर्मी अपने एरिया में शराब, स्मैक, गांजा, चरस, अफीम, हेरोइन इत्यादि की नशा तस्करी करने वाले तस्करों, बदमाश, गुटबाजी बनाकर कानून व्यवस्था को खराब करने वाले अपराधिक तत्वों, धर्म जाति या संगठन के नाम पर लोगों को भड़काकर शांति भंग करने वाले व्यक्तियों, किसी गैंगवार या अपराधिक संगठन से संबंध रखने वाले गैंगस्टर, आतंकी गतिविधियों में संलिप्त अपराधियों, थाने के हिस्ट्रीशीटर या जो व्यक्ति बार-बार जेल जाते हैं और जमानत पर बाहर आने के पश्चात फिर से आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं इस प्रकार के व्यक्तियों पर निगरानी रखी जाएगी।
एडीसी अपराजिता ने कहा कि युवाओं को नशे से बचाने के लिए सरकार की धाकड़ योजना के तहत धाकड़ टीमों के जरिये प्रशासन और पुलिस ने सयुक्त रूप से शुरू कर रखी है। आज भी प्रदेश में नशे की सप्लाई बेधड़क जारी है। ऐसे हालात को देखते हुए हरियाणा सरकार ने अब नशे को काबू करने के लिए धाकड़ (Dhakad scheme in Haryana against drug addiction) कार्यक्रम चला रही है।
धाकड़ प्रोग्राम के तहत बनाई गयी टीमें जिला फरीदाबाद ग्रामीण क्षेत्रों और शहर में वार्ड स्तर पर तथा स्कूल औथ कॉलेजों में निगरानी कर रहीं हैं। योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों, पंचायत विभाग के कनिष्ठ अभियंता, ग्राम सचिव, आशा वर्कर, एनजीओ, नम्बरदारो को कमेटियो में शामिल किया गया है। इसी प्रकार शहर क्षेत्रों में कौसंलर, कनिष्ठ अभियंता और एनजीओ, नम्बरदारो को कमेटियो में शामिल करके धाकड़ कमेटियां बनाई गई है।