Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस कमिश्नर, श्री ओपी सिंह ने शनिवार को शहर के सभी सरकारी और निजी बैंकों के मैनेजरों के साथ शिक्षा प्रणाली को लेकर बैठक की।
इस बैठक में बैंकों और एटीएम की सुरक्षा प्रणाली पर चर्चा हुई। इस चर्चा में करीब शहर में मौजूद 50 बैंकों की शाखाओं के मैनेजर मौजूद थे।
बैठक में पुलिस आयुक्त सहित डीसीपी सेंट्रल मुकेश मल्होत्रा, एसीपी हेड क्वार्टर आदर्शदीप, एसीपी सेंट्रल सत्यपाल यादव, एसएचओ सेंट्रल और एसएचओ सेक्टर-17 मौजूद थे।
उन्होने मिटिगं के दौरान निर्देश देते हुए कहा की
शाखाओं और एटीएम पर लगें हथियारों से लैस सुरक्षा गार्ड होने चाहिए। कैश वैन में जीपीएस लगाएं उनमें कैमरा भी लगाएं।
हाई मेगापिक्सल के लगें सीसीटीवी कैमरे ताकि अपराधी किस्म के व्यक्तियों के अच्छे से पहचान हो सके।
अलार्म सिस्टम को करें दुरुस्त।
घरों पर वेरिफिकेशन करने के लिए बेहतर टीम चुने।
सभी बैंक शाखाओं का होगा सुरक्षा ऑडिट।
जिन बैंकों की सुरक्षा प्रणाली दुरुस्त होगी उनको पुलिस द्वारा सम्मानित किया जाएगा
हर थाना में तैनात किए जाएंगे बैंक लिंकिंग/ लाइजनिंग ऑफिसर।
ज्यादा कैश मूवमेंट के लिए आसानी से ले सकेंगे पुलिस की मदद।
लोन वेरिफिकेशन और रिकवरी के लिए लोगों के घरों में जाएं सभ्य आदमी।
पुलिस आयुक्त ने बैंक अधिकारियों से कहा कि अक्सर बैंक बाउंसर टाइप के लोगों को रिकवरी के लिए रखते हैं। बैंक ऐसे लोगों को रखने से पहले सुनिश्चित करें कि ऐसे व्यक्तियों का कोई भी अपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
इस दौरान बैठक में केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, कोटक महिंद्रा, सिटी बैंक, यूनियन बैंक, आईसीआईसीआई, इंडसलैंड बैंक, एक्सिज बैंक, आईडीएफसी बैंक, पीएनबी बैंक, फेडरल बैंक सहित कई अन्य बैंकों और विभिन्न शाखाओं के मेनेजर इस बैठक में शामिल थे।