Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 25 जून। कोविड-19 की परिस्थितियों के मद्देनजर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ई-लर्निंग शिक्षा दी जा रही है। इसके लिए प्रदेश भर के शिक्षकों द्वारा ई-कंटेंट तैयार किए जा रहे हैं। इस ई-कंटेंट को तैयार करने में फरीदाबाद के शिक्षकों द्वारा भी अहम भूमिका निभाई जा रही है।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि अहलावत ने बताया कि उपायुक्त यशपाल के मार्गदर्शन में जिला फरीदाबाद के शिक्षकों द्वारा ई-कंटेट तैयार करने में विशेष रुचि दिखाई जा रही है। इस तैयार ई-कंटेंट को देशभर के विद्यार्थी भी पढ़ सकेंगे। इस ई-कंटेट को सरकार के दीक्षा एप पर भी अपलोड कर दिया गया है। फरीदाबाद के शिक्षकों द्वारा तैयार ई-कंटेंट व शिक्षकों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने से शिक्षा विभाग भी खुश है। जिला फरीदाबाद से दीक्षा एप पर कुल पांच कंटेट अपलोड किए जा चुके हैं। यह कंटेट तैयार करने वालों में डाइट में लेक्चरर डॉ. सीमा शर्मा, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एनआइटी पांच से अनिवाश शर्मा, महावतपुर स्कूल से जेबीटी अध्यापिका गायत्री और डाइट से लेक्चरर रश्मि शामिल हैं। इनके द्वारा तैयार किए गए कंटेट विभिन्न कक्षाओं के विषयों पर आधारित हैं। इस ई-कंटेंट को पहली से आठवीं तक के विद्यार्थी इनोवेटिव तरीके से पढ़ सकेंगे।
दीक्षा एप पर पहली से आठवीं कक्षा तक के सभी विषयों के पाठ्यक्रम देखे जा सकते हैं। छात्र पाठ्यपुस्तकों के अलावा इनोवेटिव और मनोरंजक वीडियो की मदद से पाठों को आसानी से समझ सकेंगे। जिला फरीदाबाद से जो कंटेट तैयार कर अपलोड किए गए, उन्हे एनीमेशन, म्यूजिक और रोचक साउंड के साथ तैयार किया गया है।
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कंटेंट तैयार करने में जुटी डिजिटल टीम।
हरियाणा के जिलों से बेहतरीन कंटेट मुहैया कराने के लिए राज्य स्तर पर टीम का गठन किया गया है। जिसमें हर जिले से कंटेंट क्रिएटर, जिला कोऑर्डिनेटर, बुक क्रिएटर और रिव्यूयर शामिल हैं। कंटेंट क्रिएटर दीक्षा पोर्टल पर बनी आइडी से कंटेंट अपलोड करते हैं। रिव्यूयर के पास मेल से नोटिफिकेशन जाने पर इन्हें परखा जाता है।
संशोधन की जरूरत होने पर उसे वापस क्रिएटर को भेजा जाता है और कंटेंट ठीक होने पर उसे आगे फॉरर्वड करते हैं। बुक क्रिएटर, क्यूआर कोड से कंटेंट लिक करते हैं। डिजिटल मंच पर छात्रों को बेहतरीन कंटेंट मुहैया कराने की हर संभव कोशिश जारी है। इस बार एससीईआरटी ने सभी जिलों से कंटेंट मांगे थे। जिला से अब तक पांच कंटेंट दीक्षा पोर्टल पर जगह बना चुके हैं।