Faridabad NCR
रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा पांच दिवसीय जेआरसी व तीन दिवसीय काउंसलर कैंप का आयोजन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 23 जनवरी इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी भारत के मुख्यालय के सेक्रेट्री जनरल के मार्गदर्शन में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी हरियाणा के जनरल सेक्रेटरी डीआर शर्मा के आदेशानुसार रेड क्रॉस सोसायटी फरीदाबाद के सेक्रेटरी विकास कुमार और जिला प्रशिक्षण अधिकारी ईशान कौशिक के नेतृत्व में राजकीय बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी 3 में पांच दिवसीय जेआरसी कैंप तथा तीन दिवसीय काउंसलर कैंप का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद समाजशास्त्री दार्शनिक तथा कैंप कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर एमपी सिंह ने कहा कि काउंसलर कैंप के दूसरे दिन सर जीन हेनरी Dunant के जीवन से सीख लेते हुए रेड क्रॉस के फंडामेंटल प्रिंसिपल को अपने जीवन में अपनाना चाहिए डॉक्टर एमपी सिंह ने लाइफ सेविंग, गोल्डन आवर, रूल्स ऑफ रोड, आपातकालीन प्राथमिक सहायता के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा नशा मुक्ति केंद्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जगत सिंह तेवतिया ने नशा के प्रकार और नशा से होने वाली हानियों के बारे में विस्तार से बताया एचआईवी एड्स विभाग के प्रोजेक्ट मैनेजर सुशील कुमार ने एचआईवी और एड्स में अंतर को समझाते हुए एड्स से बचाव के तरीकों को बताया इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती शशि अहलावत ने सभी अध्यापकों को अपने विचार साझा करते हुए कहा कि अध्यापक को अपनी गरिमा बनाए रखनी चाहिए और जो गरीब विद्यार्थी आपके विद्यालय में पढ़ने आते हैं उन्हें मन लगाकर पढ़ना चाहिए तथा उनके भविष्य को कामयाब बनाने के लिए भरसक प्रयत्न करना चाहिए इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने अंगदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया बीवी कथूरिया और दर्शन सिंह भाटिया ने भी प्राथमिक सहायता के बारे में बताया इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर प्रकाश डालते हुए जय हिंद नारे को आत्मसात करने का संदेश दिया इस अवसर पर डेमोंसट्रेशन के तहत एक अध्यापिका बेहोश हो जाती है तभी दूसरी अध्यापिका वहां पर पहुंचती है और बेहोशी के कारणों को देखते हुए बेहोशी की जांच पड़ताल करके बेहोशी का उपचार करती है उसी दौरान कुछ अध्यापक गिर जाते है किसी के पैर में मोच आ जाती है किसी की हड्डी टूट जाती है किसी के सिर में चोट लगने से खून बाहर निकलने लगता है तथा किसी के कान और नाक से खून निकलने लगता है तभी प्रशिक्षण ले रहे अध्यापक वहां पहुंचते हैं और उपलब्ध सामान से उनकी प्रार्थना सहायता करते हैं तथा टू हैंड सीट व्हील चेयर ब्लैंकेट लिफ्ट आदि से एंबुलेंस तक लेकर जाते हैं इस कार्य की सराहना जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती शशि अहलावत ने बहुत ही मन से की और कहा की सेंट जॉन एंबुलेंस इंडिया प्राथमिक सहायता का जो प्रशिक्षण दे रही है वह हम सभी को लेना चाहिए और आत्मसात करना चाहिए क्योंकि दुर्घटना तो कभी भी कहीं भी घटित हो सकती है और इस प्रकार के कैंपों का आयोजन छुट्टियों के दौरान होते रहना चाहिए