Faridabad NCR
फरीदाबाद की जनता के लिए कृष्णपाल सांसद नहीं एक अभिशाप है: शर्मा

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कांग्रेस पार्टी ने मौका दिया तो फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हूँ क्योंकि फरीदाबाद की जनता को वर्तमान स्थानीय सांसद कृष्णपाल गुर्जर के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए मैदान में उतरना जरूरी हो गया है। उक्त वक्तव्य कांग्रेस नेता जगजीत शर्मा ने आज अपने कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में प्रकट किए। वरिष्ठ नेता जगजीत शर्मा ने स्थानीय सांसद एवं केंद्र में राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि श्री गुर्जर दोनों हाथों से फरीदाबाद का चीर हरण करने पर तुले हुए हैं। आज बच्चा-बच्चा जानता है कि कृष्णपाल ने फरीदाबाद में अपने सत्ता के मद में चूर होकर जमीनों की खरीद-फरोख्त कर एक तरह से लूट मचाई हुई है। फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में उन्होंने कोई विकास काम नहीं कराऐ बल्कि उन्होंने तो मात्र अपनी तिजौरी भरने का काम किया है। कहने को तो फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया हुआ है लेकिन सही मायने में यह फरीदाबाद के साथ एक भद्दा मजाक है। फरीदाबाद में जर्जर सड़कों की हालत यह बयां कर रही है कि सड़कों में गड्डे नहीं बल्कि गड्डों में सड़क है। एक हल्की सी बारिश से फरीदाबाद जलमग्न हो जाता है। जो कि कृष्णपाल के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। प्रेसवार्ता के दौरान श्री शर्मा ने कृष्णपाल पर जमकर आरोप मंढते हुए कहा कि फरीदाबाद की जनता के लिए वे सांसद नहीं बल्कि एक अभिशाप साबित हुए हैं। जात बिरादरी की राजनीति करने वाले कृष्णपाल गुर्जर के कार्यकलापों से जनता छुटकारा पाने के लिए आतुर है। वार्ता के दौरान एक प्रश्न के जवाब में कांग्रेस नेता श्री शर्मा ने कहा कि चौधरी करण सिंह दलाल पार्टी के कद्दावर नेता हैं अगर कांग्रेस पार्टी उनको फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाती है तो निश्चित तौर पर वे पार्टी के फैसले का स्वागत करेंगे। पूर्व सांसद अवतार भड़ाना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भड़ाना का समय गया। दल-बदल की राजनीति करने वाले भड़ाना को फरीदाबाद की जनता पूरी तरह नकार चुकी है। एक प्रश्न के जवाब में श्री शर्मा ने कहा कि भड़ाना अब न तो पार्टी के सदस्य हैं और ऐसी स्थिति में पार्टी द्वारा उन्हें लोकसभा प्रत्याशी बनाने का प्रश्न ही नहीं उठता है।