Connect with us

Faridabad NCR

भागवत कथा की गोवर्धन पूजा मे शामिल हुए पूर्व मंत्री विपुल गोयल

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : फ़रीदाबाद के सेक्टर 19 मे चल रहे भागवत कथा के चौथे दिन आज गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने इस अवसर पर पहुंचकर गोवर्धन महाराज के चरणों मे प्रणाम कर महाराज नरेशानंद से आशीर्वाद प्राप्त किया। आपको बतादें की उक्त कथा का आयोजन दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा किया गया है। जिसमें कथा व्यास गद्दी पर विदुषी सुश्री पदम हस्ता भारती विराजमान होकर लोगों मे भक्ति और भाव का प्रसार कर रही है।

इस अवसर पर पहुँचे पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने हजारों श्रोताओं कों सम्बोधित करते हुए सबसे पहले आयोजको का कार्यक्रम करवाने पर धन्यवाद किया और कहा की हमारा भारत देश पुरे विश्व में संतों की भूमि कहलाता है और बड़े-बड़े संत महात्माओं के साथ साथ प्रभु अवतार भी भारत भूमि पर ही हुए है जोकि प्रत्येक हिंदुस्तानी के लिए गौरव की बात है इसके अलावा गोयल ने कहा की कथा की सार्थकता ज़ब सिध्द होती है जब इसे हम अपने जीवन के साथ साथ अपने व्यवहार में धारण करते है ताकि अंतर्मन का शुद्धिकरण हो सके और जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास भी हो।

पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने इस अवसर पर कहा की पौराणिक शास्त्रों के अनुसार अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते थे वही इस कलियुग में प्रभु की कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। गोयल ने कहा की भागवत कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।

इससे पहले पूर्व मंत्री का संस्था के पदाधिकारियों ने पटका पहनाकर स्वागत किया जिसके बाद विपुल गोयल ने गोवर्धन महाराज की पूजा मे शामिल होकर आरती की व प्रसाद गृहण कर सभी कों बधाई व प्रभु से क्षेत्र के लोगों की खुशहाली की कामना की।

इस मोके पर विनोद मित्तल, प्रमोद गुप्ता, चतुर्भुज गर्ग, राजेंद्र मंगला, नितिन सिंगला, सुनील कुमार प्रधान सेक्टर 19, संजय कुमार भगवाना स्वीट, सतीश सिंघल पूर्व चेयरमेन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सतीश गोयल, रूप सिंह नागर, राम जुनेजा प्रधान हरियाणा व्यापार मंडल, किशन लाल बालाजी फ्रूट कंपनी, मेहरबान भाटिया, दयाल नागपाल, पप्पू नागपाल, भानु प्रताप व हजारों श्रोतागण मौजूद थे।

Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com