Faridabad NCR
ॐ योग संस्थान ट्रस्ट मे आयोजित यज्ञ यात्रा के स्वागत समारोह मे गांव पाली पहुँचे पूर्व मंत्री विपुल गोयल
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : आपको बतादें की महर्षि दयानन्द के 200वें जयंती महोत्सव के अवसर पर गांव मंझावली के गुरुकुल से शुरू की गयी यज्ञ यात्रा आज गांव पाली योग संस्थान पहुँची जहाँ पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने यात्रा का स्वागत किया और नेशनल गेम्स प्रतियोगिता जोकि गोवा मे चल रही हैं उसमे रजत पदक विजेता चिराग कों भी विपुल गोयल ने मंच से शॉल ओढाकर सम्मानित किया व शुभकामनायें दी।
इस अवसर पर पहुँचे पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने मंच के माध्यम से लोगों कों सम्बोधित करते हुए कहा की यह यज्ञ यात्रा जो गांव- गांव जाकर महर्षि दयानन्द के विचारों और सिद्धांतो का प्रचार प्रसार कर रही हैं उससे समाज मे फैली कुरीतियों का अंत तो होगा ही साथ मे हिंदुत्व भी मजबूत होगा।
पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने इस अवसर पर यात्रा के संकल्पकर्ता योगाचार्य देवराज आर्य की भी सराहना करते हुए कहा की आर्य समाज का प्रचार प्रसार करने के साथ साथ योग का भी प्रचार हों रहा हैं जोकि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सपना हैं की योग हर इंसान कों जीवन मे जरूर अपनाना चाहिए और यही कारण हैं की आज विश्व मे तकरीबन दो अरब से ज्यादा लोग योग अपना रहे हैं।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने स्वामी योगिराज ओमप्रकाश महाराज से भी आशीर्वाद लिया और नेशनल गेम गोवा मे रजत पदक विजेता चिराग कों भी भविष्य मे शुभकामनायें देते हुए आशीर्वाद दिया की जल्दी ही चिराग देश के लिए बड़े स्तर पर खेलते हुए गोल्ड मैडल लाएगा। पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने इस अवसर पर योगासन को अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग कों पूर्णतया खेल का दर्जा देने पर क्षेत्रवासियो की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुखिया का धन्यवाद भी किया।
इससे पहले संस्थान के लोगों ने पूर्व मंत्री विपुल गोयल का फूल मालाओ के साथ साथ पटका पहनाकर स्वागत किया व कार्यक्रम मे आने पर मोमेंटो भेंट करके सम्मानित भी किया। इस अवसर पर हजारों लोगों ने सुबह योग भी किया।
इस अवसर पर सरपंच ग्राम पाली रघुवर सिंह, डॉक्टर ओम प्रकाश योगाचार्य, आनंद मेहता, गिरिराज सिंह, रमेश मुंजाल, योगराज अरोडा, अनिल आर्य, विनय आर्य, पार्थ पाराशर, कृष्ण ठाकुर, मृदुल याग्निक व गांव से मौजीज लोग और योग संस्थान के सभी सदस्य मौजूद थे।