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Faridabad NCR

नई शिक्षा नीति को लेकर मंच आयोजित करेगा विचार गोष्ठी

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 20 सितंबर। हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को निजीकरण एवं व्यवसायीकरण को बढ़ावा देने बाला बताया है। मंच ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलुओं की जानकारी देने के लिए सभी जिलों में विचार गोष्ठियों का आयोजन करने का फैसला लिया है। जिसकी शुरुआत गांधी जयंती 2 अक्टूबर को फरीदाबाद से की जाएगी। यह फैसला रविवार को मंच के जिलाध्यक्ष एडवोकेट शिव कुमार जोशी की अध्यक्षता में सेक्टर10 में आयोजित बैठक में लिया गया। बैठक में मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व संरक्षक सुभाष लांबा ने मंच द्वारा प्रदेश स्तर पर किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्रदान की। जिला सचिव डाक्टर मनोज शर्मा द्वारा संचालित इस बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार 2 अक्टूबर को सुबह 11बजे एनआईटी 3 स्थित चिमनीबाई धर्मशाला में विचार गोष्ठी आयोजित की जाएगी। जिसमें जाने माने शिक्षाविद् व आइपा के प्रदेशाध्यक्ष वजीर सिंह बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करेंगे और आइपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक अग्रवाल बतौर मुख्य अतिथि विचार गोष्ठी में शामिल होंगे। गोष्ठी के बाद आयोजित जिला सम्मेलन में नई जिला कमेटी का चुनाव भी करवाया जाएगा। बैठक में सर्व सम्मति से पारित किए प्रस्ताव में पूरी फीस वसूलने के बावजूद प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों द्वारा कोरोना का फायदा उठाकर 30 से 40 प्रतिशत टीचरों को छंटनी करने, बेरोजगारी एवं उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर बकाया बचे टीचरों को आधा वेतन देने और कटौती किए गए वेतन का भुगतान करने का आश्वासन न देने की घोर निन्दा की गई। इस मामले में शीध्र मंच चेयरमैन एफएफआरसी को ज्ञापन सौप कर शिकायत भी करेगा।
महासचिव कैलाश शर्मा व संरक्षक सुभाष लांबा ने कहा कि नेताओं व अधिकारियों के संरक्षण में प्राइवेट स्कूल संचालक सभी नियम कानूनों का उल्लंघन करके छात्र,अभिभावकों व अपने टीचरों का भारी आर्थिक व मानसिक शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए बनाई गई फीस एंड फंडस रेगुलेटरी  कमेटी (एफएफआरसी) भी स्कूलों के दबाव में अभिभावकों की कोई मदद नहीं कर पा रही है। ऐसे हालात में अभिभावकों को ही एकजुट व जागरूक होकर मैदान में आना होगा और स्कूल संचालकों व नेताओं के नापाक गठबंधन की जनता के बीच में पोल खोलनी होगी। इसको लेकर मंच और आइपा प्रत्येक जिले में छात्र, अभिभावक, श्रमिक, कर्मचारी, एनजीओ आदि संगठनों को साथ लेकर प्रत्येक जिले में अभिभावक जागरूकता सम्मेलन व रैली आयोजित करेगा। बैठक में हरियाणा सरकार द्वारा 21 सितंबर से स्कूल खोलने के निर्णय का विरोध किया गया। मंच ने अभिभावकों से कहा है कि लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए वे अपने बच्चों के भविष्य व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना  करें ,अपने बच्चों को स्कूल ना भेजें।
बैठक में उपरोक्त के अलावा एडवोकेट बी एस विरदी, धर्मपाल चहल, एडवोकेट अर्चना अग्रवाल, प्रीतम सिंह, सुमित वशिष्ठ, लज्जाराम, ओमवीर सिंह, पूनम भाटिया,अमरजीत रंधावा, प्रवेश मलिक , विमल खंडेलवाल, ज्ञानदेव वत्स, छाया सक्सेना श्रद्धा शर्मा, प्रवीण शर्मा,जितिन गौड़, महेश आर्य,आदि ने भाग लेकर अपने विचार व सुझाव प्रकट किए।
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