Faridabad NCR
शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर 29,09,269/- रू की धोखाधडी

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम उषा के नेतृत्व में फरीदाबाद पुलिस की साइबर थानों की टीम द्वारा लगातार कार्रवाही की जा रही है। इसी कड़ी में साइबर थाना बल्लभगढ की टीम ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगी के मामले में एक महिला सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सेक्टर-11D, फरीदाबाद वासी एक व्यक्ति ने साइबर थाना बल्लभगढ में शिकायत दी जिसमें आरोप लगाया कि उसको ठगों द्वारा एक “A28verma’s Book Discussion” के ग्रुप में जोडा गया। जहां पर QIB और IPO के माध्यम से लाभ कमाने बारे प्रशिक्षण दिया जाता था, 15 दिन के प्रशिक्षण के बाद QIB ट्रैडिग के लिए पंजीकरण के लिए कहा गया। जिसके बाद उसने ठगों द्वारा दी गई “AMANSA CAPITAL WEBSITE” पर 50 हजार रूपये देकर खाता खुलवाया। जहां रोज़ाना सुबह 9 बजे से 9:15 बजे तक भारतीय मार्केट और शाम को 6:00 बजे से 7:00 बजे तक USA मार्केट में QIB ट्रैडिंग करवाई जाती थी। जिसके बाद ठगों द्वारा उसे IPO में निवेश कर मुनाफा कमाने का लालच दिया, जिसके लिए उसने कुल 29,09,269/- रू का निवेश किया। 11 जून को जब उसके ट्रैडिंग अकाउंट में 80 लाख रुपए दिख रहे थे, तब उसने 31 लाख रुपए निकालने का अनुरोध किया। जब उसने पैसे निकालने के लिए अकाउंट मैनेजर के पास मैसेज किया तो उसके किसी भी मैसेज का जवाब नहीं दिया गया। तब उसे पता चला कि यह एक साइबर फ्रॉड था। जिस शिकायत पर साइबर थाना बल्लभगढ में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने आगे बताया कि साइबर थाना बल्लभगढ की टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए अभिषेक कुमार (23) वासी सैक्टर 58 गौतमबुद्ध नगर नोएडा उ0 प्र0 हाल युसुफपुर चकसवेरी नोएडा गौतमबुद्ध नगर उ0प्र0, शिवम कुमार (25) वासी हनुमान नगर, युसुफपुर चकसवेरी नोएडा गौतमबुद्ध नगर उ0प्र0, असिम अंसारी(38) वासी गाँव दरौदै जिला सिवान बिहार हाल आगापुर सैक्टर 16 नोएडा उ0प्र0, दीपांशु(19) वासी राहुल विहार गाजियाबाद उ0प्र0, सुनील कुमार(44) वासी सैक्टर 8C भोकारो स्टील सिटी झारखंड, जतिन गुप्ता (28) वासी हैबोवाल खुर्द नियर ऋषि नगर लुधियाना पंजाब व रणजीत कौर (44) वासी चिमनी रोड, न्यु शिमलापुरी लुधियाना पंजाब को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में सामने आया कि सभी आरोपी ठगों के लिए खाता उपलब्ध करवाते थे। ये सभी पहले खाताधारकों को ढूंढते, फिर ये उनके खाता की किट लेकर खाताधारक को नोएड़ा लेकर आते और जब तक उनके खाता प्रयोग होता तब तक उन्हें अपने साथ रखते थे और फिर खाते का काम पूरा होने के उपरांत खाताधारक के वापिस भेज देते थे।
सभी आरोपियों को माननीय अदालत में पेश कर जेल भेजा गया।