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Faridabad NCR

पौधारोपण से लेकर देखरेख तक निभानी होगी जिम्मेदारी : विपुल गोयल

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 5 जून। पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, अमृता अस्पताल, फरीदाबाद ने हरियाणा सरकार और फरीदाबाद नगर निगम के साथ मिलकर विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर ‘स्वच्छ और हरित फरीदाबाद’ अभियान की शुरुआत की। कार्यक्रम में हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल तथा हरियाणा के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्यमंत्री राजेश नागर ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। साथ ही  उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह और डीएफओ राजकुमार भी मौजूद रहे।
पौधारोपण से लेकर देखरेख तक निभानी होगी जिम्मेदारी                                                                                                                    
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस आव्हान का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने देशवासियों से अपील की थी कि वे अपनी माँ के सम्मान में एक पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि आज देश भर में लोग इस मुहिम में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं, जिससे यह अभियान एक राष्ट्रीय जन आंदोलन बन गया है। उन्होंने कहा कि स्पष्ट किया कि चाहे सरकार केंद्र की हो या राज्य की, दोनों का लक्ष्य एक ही है—आम आदमी को राहत पहुंचाना और उसका जीवन बेहतर बनाना। उन्होंने जोर देकर कहा कि हम सभी का यह नैतिक कर्तव्य है कि हम अपनी जन्मभूमि और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि हम पर्यावरण से बहुत कुछ लेते हैं—प्राणवायु, जल, भोजन और ऊर्जा—इसलिए यह हमारा दायित्व है कि हम प्रकृति का ख्याल रखना और सौंदर्यीकरण का प्रयास जारी रख  पर्यावरण संरक्षण और वैभव लौटाएं। श्री गोयल ने सुझाव दिया कि यदि फरीदाबाद का प्रत्येक नागरिक केवल एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करे, तो शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुधार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ सकता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ऐसा करने से फरीदाबाद जल्द ही स्वच्छ और हरित शहरों की सूची में शामिल हो सकता है, जो प्रत्येक नागरिक के लिए गर्व का विषय होगा।
पर्यावरण की सुरक्षा हमारा नैतिक कर्तव्य                                                                                                                                                  
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के मंत्री राजेश नागर ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह हम सभी का नैतिक और राष्ट्रीय कर्तव्य है कि हम उस भूमि की रक्षा करें जिस पर हम जन्मे, पले-बढ़े और जीवन के मूल्य सीखे। उन्होंने कहा कि भारत माता की संतान होने के नाते हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम जिस प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर रहे हैं, उसकी रक्षा करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने यह भी कहा कि पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल करना उतना ही आवश्यक है जितना उन्हें लगाना। “एक पौधे को तब तक संरक्षण की आवश्यकता होती है जब तक वह एक मजबूत वृक्ष न बन जाए।” उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील की कि वे केवल आज ही नहीं, बल्कि पूरे वर्षभर पर्यावरण की रक्षा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।उन्होंने कहा कि भविष्य की पीढ़ियों को एक स्वस्थ जीवन देने की जिम्मेदारी का उल्लेख करते हुए श्री नागर ने कहा कि यदि हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे और आने वाली पीढ़ियां एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में जीवन व्यतीत करें, तो हमें आज ही ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने स्कूलों, कॉलेजों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों से वृक्षारोपण अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया।
सबकी भागीदारी से आएगा बदलाव                                                                                                                                            
डीसी विक्रम सिंह ने बताया की जिला प्रशासन द्वारा पहले से ही सभी अधिकारियों को अपने अपने स्तर पर शहर में पौधे लगाने के निर्देश दिए जा चुके है और वह अपना कार्य कर रहे है। हमारा लक्ष्य सिर्फ पौधे लगाने तक सिमित नहीं है बल्कि उनकी देखभाल कर उनको बड़े और छायादार वृक्ष बनाने का है। पौधे तो सब लगा लेते है पर उनकी देखभाल बहुत कम लोग करते है। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वह अपने आस पास स्वछता का ध्यान रखे और जिस पौधे को वह लगते है उनके बड़े होने तक देखभाल करें। उन्होंने बताया की पिछले वर्ष जिला प्रसाशन द्वारा लगभग 4 लाख पौधे लगाए गए थे और इस वर्ष प्रशासन का लक्ष्य पिछले वर्ष की संख्या से अधिक पौधे लगाने का है साथ ही जिला प्रसाशन का प्रयास है की फरीदाबाद के सड़क किनारे के बड़े-बड़े स्ट्रेचेस और ग्रीन बेल्ट की जगह को आरडब्ल्यूए, औद्योगिक संगठन, अस्पताल प्रबंधन, बिल्डर्स, शैक्षणिक संस्थान आदि को उनकी रखरखाव के लिए दिए जाएंगे जिससे सीएसआर के माध्यम से वह सब लोग उन क्षेत्रों का रखाव कर सकेंगे।
अमृता अस्पताल के प्रशासनिक निदेशक स्वामी निजामृतानंद पुरी ने कहा, “अमृता में हमारा विश्वास केवल शरीर की चिकित्सा में नहीं, बल्कि पर्यावरण की चिकित्सा में भी है, जो इस पृथ्वी का शरीर है। अम्मा हमेशा सिखाती हैं कि प्रकृति की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। आज हम ‘ग्रीन फ्रेंड्स क्लब’ की शुरुआत करके और समुदाय के साथ मिलकर अम्मा की इसी दृष्टि को साकार कर रहे हैं। हर पौधा जिसे हम पोषित करते हैं, हर प्लास्टिक जिसे हम अस्वीकार करते हैं, हर बच्चा जिसे हम जागरूक करते हैं—ये सभी आध्यात्मिक कार्य हैं। स्थायित्व की ओर यात्रा आंतरिक परिवर्तन से शुरू होती है।”

विश्व पर्यावरण दिवस पर अमृता अस्पताल, फरीदाबाद ने तीन प्रमुख पर्यावरणीय पहलों की शुरुआत की। छात्रों द्वारा संचालित ‘ग्रीन फ्रेंड्स क्लब’ का उद्घाटन हुआ, जिसका उद्देश्य युवाओं को हरित गतिविधियों से जोड़ना है। कार्यक्रम में अमृता अस्पताल कैंपस गीत का प्रीमियर भी किया गया, जो समुदाय, सेवा और प्रकृति से जुड़ाव को दर्शाता है। अंत में आयोजित हरित संकल्प समारोह में सभी प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण और स्थायी जीवन शैली अपनाने का संकल्प लिया। यह पहल पर्यावरणीय चेतना को जन आंदोलन का रूप देने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।

कार्यक्रम में नगर निगम के अधिकारियों, अमृता मेडिकल स्कूल के डॉक्टरों और शिक्षकों, स्थानीय स्कूली छात्रों, युवा संगठनों, हाउसिंग सोसाइटी के प्रतिनिधियों और सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया।

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