Connect with us

Faridabad NCR

गेटिंगे मेडिकल इंडिया और अमृता अस्पताल ने नवजात शिशुओं की जान बचाने हेतु 1,500 नर्सों को जीवन-रक्षक कौशल में प्रशिक्षित करने के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का नेतृत्व किया

Published

on

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 27 नवंबर। भारत में नवजात नर्सिंग क्षमता बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए नवजात क्रिटिकल-केयर नर्सिंग प्रशिक्षण पहल शुरू की गई है। इस कार्यक्रम के तहत 1,500 नर्सों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मिलाकर उन्नत प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका उद्घाटन अमृता अस्पताल, फरीदाबाद में हुआ। यह पहल केडमैन स्किलएड इंडिया फ़ाउंडेशन, अमृता विश्व विद्यापीठम, अमृता अस्पताल, गेटिंगे मेडिकल इंडिया (CSR के तहत) और बिज़नेस स्वीडन के सहयोग से चलाई जा रही है।
भारत का नवजात मृत्यु दर (NMR) 19 प्रति 1,000 जन्म है (SRS 2021), जबकि SDG लक्ष्य 2030 तक 12 प्रति 1,000 है। केरल व तमिलनाडु जैसे राज्यों में दर एक अंक में है, जबकि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में यह काफी अधिक है। मजबूत नवजात नर्सिंग क्षमता से मृत्यु दर 15% से 50% तक कम हो सकती है, पर अभी भी कई नर्सें बिना मानकीकृत प्रशिक्षण के NICU में प्रवेश करती हैं।
केडमैन स्किलएड इंडिया फ़ाउंडेशन द्वारा अमृता विश्व विद्यापीठम की क्लिनिकल विशेषज्ञता के साथ विकसित यह कार्यक्रम उन्नत डिजिटल सामग्री, LMS आधारित सीख, सिमुलेशन स्किल ट्रेनिंग और विशेषज्ञों द्वारा केस-आधारित शिक्षण प्रदान करता है। इसमें अमृता अस्पताल के प्रमुख नवजात विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए 12 प्रमाणित प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल हैं। AI आधारित परीक्षाएं, कौशल प्रमाणन और श्रेष्ठ प्रतिभागियों के लिए आवासीय उन्नत प्रशिक्षण इसके परिणामों को राष्ट्रीय मानकों से जोड़ते हैं।
उद्घाटन के दौरान गेटिंगे मेडिकल इंडिया की प्रबंध निदेशक अरुणा नायक ने कहा, “यह पहल भारत की क्रिटिकल-केयर क्षमता को मजबूत करने की हमारी CSR प्रतिबद्धता का महत्वपूर्ण हिस्सा है।”
अमृता अस्पताल–फरीदाबाद के प्रशासनिक निदेशक स्वामी निजामृतानंद पुरी ने कहा, “हर नवजात जीवन की रक्षा हमारा कर्तव्य है। नर्सों को उन्नत कौशल देना समाज के लिए बड़ी सेवा है।”
अमृता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संजीव के. सिंह ने कहा, “यह कार्यक्रम नर्सिंग प्रशिक्षण में संरचना और वैज्ञानिक गुणवत्ता लाता है और सुनिश्चित करता है कि नर्सें सीखी गई बातों को वास्तविक परिस्थिति में आत्मविश्वास से लागू कर सकें।”
केडमैन स्किलएड इंडिया फ़ाउंडेशन के CEO राजीव माथुर ने कहा, “स्वीडन के Kunskapsskolan, मानव रचना की शिक्षा व्यवस्था और अमृता की क्लिनिकल विशेषज्ञता के साथ हम स्वास्थ्यकर्मियों के कौशल विकास में राष्ट्रीय मानक स्थापित कर रहे हैं।”
भारत को अगले दशक में 1 लाख से अधिक विशेष नवजात नर्सों तथा WHO मानकों को पूरा करने के लिए लगभग 6.5 लाख अतिरिक्त नर्सों की आवश्यकता होगी। यह पहल दिखाती है कि अंतरराष्ट्रीय शिक्षा मॉडल, क्लिनिकल उत्कृष्टता और CSR साझेदारी मिलकर भारत के SDG 2030 लक्ष्यों को समर्थन दे सकती हैं।
केडमैन स्किलएड इंडिया फ़ाउंडेशन के बारे में
केडमैन स्किलएड इंडिया फ़ाउंडेशन एक सेक्शन-8 गैर-लाभकारी संस्था है, जिसे मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (भारत) और कुनस्काप्सकोलन एजुकेशन स्वीडन ने मिलकर स्थापित किया है। केडमैन स्किलएड इंडिया फ़ाउंडेशन की विशेषज्ञता—उच्च गुणवत्ता वाला पाठ्यक्रम, डिजिटल सामग्री विकास, LMS आधारित वितरण, और राष्ट्रीय स्तर पर कौशल-कार्यान्वयन—इसकी मुख्य ताकतें हैं। यह फाउंडेशन स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े पैमाने पर क्षमता निर्माण और डिजिटल/ब्लेंडेड सीख मॉडल में विशेषज्ञता रखता है।
अमृता विश्व विद्यापीठम और अमृता अस्पताल के बारे में
अमृता भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक है। अमृता अस्पताल, फरीदाबाद एशिया के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थानों में शामिल है, जिसमें उन्नत NICU, बाल-चिकित्सा सुपर-विशेषता और अनुसंधान सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
गेटिंगे मेडिकल इंडिया के बारे में
गेटिंगे मेडिकल इंडिया और हेल्थकेयर तकनीक में वैश्विक अग्रणी है। भारत में यह अपने CSR कार्यक्रमों के माध्यम से क्रिटिकल-केयर, मरीज सुरक्षा और चिकित्सा क्षमता निर्माण से जुड़े महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयासों का समर्थन करता है।
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com