Faridabad NCR
आपदा प्रबंधन में सरकारी और निजी अस्पताल निभाएं सक्रिय भूमिका : उपायुक्त

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 09 मई। उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने आज लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को लेकर सरकारी और निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों, प्रबंधक, सिविल सर्जन व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि आपातकालीन परिस्थितियां बिना किसी पूर्व चेतावनी के उत्पन्न हो सकती हैं और ऐसे समय में अस्पतालों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा, “हमें एक संगठित और मजबूत स्वास्थ्य प्रणाली विकसित करनी होगी जो किसी भी आपदा की स्थिति में शीघ्र प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो। इसमें निजी और सरकारी अस्पतालों की सहभागिता अनिवार्य है।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकालीन स्थितियों में निजी अस्पतालों की जिम्मेदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि सरकारी अस्पतालों की। उन्होंने निजी अस्पतालों से अपेक्षा की कि वे आपदा प्रबंधन योजना के अनुरूप अपनी व्यवस्थाओं का पुनरीक्षण करें और जिले की आपातकालीन योजना में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि सभी अस्पतालों में आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयाँ, आपातकालीन सर्जरी के उपकरण, ब्लड बैग्स, PPE किट्स और ऑक्सीजन सप्लाई की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। सभी निजी अस्पताल अपनी क्षमता के अनुसार बिस्तरों की संख्या, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, ब्लड बैंक की स्थिति तथा ट्रामा मैनेजमेंट की जानकारी जिला प्रशासन को नियमित रूप से उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस नेटवर्क की स्थिति, उनकी उपलब्धता और संचालन क्षमता पर भी विस्तृत चर्चा की गई। डीसी ने कहा कि जिला में संचालित सभी एंबुलेंसों की तकनीकी स्थिति का मूल्यांकन किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी आपात स्थिति में सभी एंबुलेंस तत्काल सक्रिय हो सकें। सभी एम्बुलेंस 112 नंबर पर रजिस्टर्ड हो। साथ ही, रैपिड रिस्पांस टीमों (RRT) की संरचना, प्रशिक्षित स्टाफ, और आपदा के दौरान उनके त्वरित पहुंच की रणनीति पर भी विशेष बल दिया गया। डीसी ने कहा कि हर अस्पताल में प्रशिक्षित इमरजेंसी रिस्पांस यूनिट होनी चाहिए जो घायल व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने में सक्षम हो।
अस्पताल कर्मचारियों को दे मॉकड्रिल प्रशिक्षण
उपायुक्त विक्रम सिंह निर्देश दिए कि जिला के सभी सरकारी और निजी अस्पताल अपने समस्त चिकित्सा एवं गैर-चिकित्सा कर्मचारियों को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का नियमित प्रशिक्षण दें। ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित और संगठित तरीके से प्रतिक्रिया देने का अनुभव मिल सके।
बैठक में एडीसी साहिल गुप्ता, नगर निगम की एडिशनल कमिश्नर सलोनी शर्मा, सीएमओ डॉ जयंत आहूजा, डॉ पुनिता हसीजा, डॉ राम भगत, सीटीएम अंकित कुमार सहित जिला के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि गण मौजूद रहे।