Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 4 मई। हरियाणा के पूर्व वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेसी नेता चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह ने आज कोरोना वॉलिंटियर्स के सम्मान के नाम पर सेना द्वारा आयोजित आयोजनों को बेवक्त का आयोजन करार देते हुए कहा है कि जब आतंकवादी मुठभेड़ में सेना के कर्नल मेजर जैसे जवान शहीद हो रहे हों, ऐसे समय पर इस तरह के आयोजन औचित्यहीन हैं। पूर्व मंत्री ने प्रश्न उठाया कि क्या देश ने कोराना पर विजय पा ली है, जो इस तरह के उत्सव आयोजित किए जा रहे हैंं। आज यहां जारी एक बयान में पूर्व मंत्री ने कहा कि आज सुबह-सुबह सेना के कर्नल मेजर सहित पांच देश के वीर सपूत शहीद हो गए, ऐसे में इस तरह के आयोजन भी सार्थक मालूम नहीं पड़ते। पूर्व मंत्री ने कहा कि आज इस तरह के आयोजनों में पैसा खर्च करने के स्थान पर जरूरत है कि हम एकजुट होकर पहले कोरोना के खिलाफ चल रही जंग को उसके मुकाम पर पहुंचाएं और कोरोना को इस देश से समाप्त करने का काम करें। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आज कोरोना से लड़ाई लड़ रहे मेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों के अधिकारियों को जरूरत फूलों की नहीं बल्कि उन जरूरी संसाधनों की है, जो उनको इस महामारी से बचा सकें। जिसमें पीपीई किट सहित अन्य जरूरी उपकरण व औषधि शामिल है। उन्होंने कहा की आज के इस संकट के दौर में इस तरह के आयोजन देश की जनता को भ्रमित करने के अतिरिक्त और कुछ नहीं है। जहां तक बात कोरोना योद्धाओं के सम्मान की है तो पूरा देश ही इन योद्धाओं का सम्मान कर रहा है और प्रत्येक व्यक्ति आज यह मानता है कि कोरोना योद्धा चाहे फिर वह चिकित्सा जगत से जुड़ा हो, पुलिस विभाग से हो, सफाई कर्मचारी हो या अन्य किसी भी विभाग का हो, देश सेवा में सभी पूरी तल्लीनता से लगे हैं। ऐसे में मैं देश की सेना के हौसले की दाद देता हूं कि जहां सेना सीमा पर देश के दुश्मनों से लड़ाई लड़ रही है, लगातार आतंकवादियों से मुठभेड़ हो रही है और ऐसे में भी उनको राजनीतिक दबाव के चलते इस तरह के आयोजन करने पड़ रहे हैं, जिनकी अभी जरूरत नहीं है। मेरा मानना है कि इस तरह के आयोजन कोरोना से पूर्ण विजय पर यदि किए जाते हैं तो वह समय इस तरह के आयोजनों के लिए उचित होता। पूर्व मंत्री ने कहा कि कोरोना पीडि़तों को लेकर हरियाणा सरकार को अभी गंभीर होना चाहिए, क्योंकि अभी तक सरकार ने तो जिन गरीब लोगों के लिए नगद सहायता की घोषणा की थी, वही उनको पूरी तरह से उपलब्ध नहीं कराई गई है। बल्कि इस प्रकार की भी लगातार शिकायतें आ रही हैं कि जो भोजन गरीबों में बांटने की व्यवस्था सरकार ने की है वह न केवल अपर्याप्त है बल्कि उसमें भी पिक एंड चूज की स्थिति बनी हुई है। पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार किसान हितेषी होने के दावे तो करती है, पर यह एक कटु सत्य है कि वर्तमान समय में जो अभी तक किसानों से फसल की खरीद की है उसका भुगतान तक प्रदेश सरकार किसानों को नहीं कर पाई है। मेरी मांग है कि सरकार इनके भुगतान की व्यवस्था तुरंत करें।