Faridabad NCR
स्कूली बच्चो के रामलीला मंचन से भाव-विभोर हुए दादा दादी
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : स्कूली बच्चो द्वारा रामलीला मंचन के माध्यम से बच्चो को सांस्कृतिक जागरूकता और परमात्मा के प्रति विश्वास जैसे संस्कार से सुशोभित करना मजबूत राष्ट्रनिर्माण में महतापूर्ण कड़ी है, आज रामलीला देख कर बच्चो ने बचपन की यादे ताजा कर दी, उपरोक्त बाते फरीदाबाद सेक्टर-49 स्थित डी.ए.वी पब्लिक स्कूल में बतौर मुख्य अतिथि नीरा तोमर ने कही। स्कूल के प्रिंसिपल राजन गौतम ने बताया की ग्रैंड पैरेंट डे (दादा दादी) दिवस के मनाया गया जिसमे स्कूली बच्चो के दादा दादी के सामने बच्चों ने राम लीला के साथ विभिन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस मौके पर बतौर विशिष्ट अतिथि स्कूली की संस्थापिका प्रिंसिपल नीलम भल्ला लम्बे अंतराल के बाद अपने पुराने साथियो से मिलते हुए अपने पुरानी यादो को साझा किया। साथ ही नीलम भल्ला ने बच्चो के दादा दादी से अपील कि की अपने बच्चो के साथ ज्यादा ज्यादा समय बिताये और अपने अनुभव साझा करे जो बच्चो कि संस्कारवान व् चरित्रवान बनाने में मददगार साबित होगा।
ग्रैंड पैरेंट डे (पितामह दिवस) और दशहरा पर्व के मौके पर प्रिंसिपल राजन गौतम ने बताया की दादा-दादी एक परिवार का सबसे बड़ा खज़ाना, एक प्यारी विरासत के संस्थापक व परिवार की मज़बूत नींव होते हैं। उन्हें सम्मानित करने के लिए प्रतिवर्ष पितामह दिवस बहुत धूमधाम और उत्साह से मनाया जाता है। गायत्री मन्त्र और प्रार्थना से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में अपनी गरिमामयी संस्कृति को बनाये रखने के लिए समूह गान व नृत्य गान द्वारा राम कथा का मंचन किया गया। जिसमे प्राइमरी विभाग के छात्रों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ श्री राम जी के जीवन की झलकियों का प्रदर्शन कर सबका मन मोह लिया। अंत में विद्यालय के प्रिंसिपल ने श्री राम जी के जीवन से प्रेरणा लेकर उनकी तरह आज्ञाकारी बनने व मर्यादा में रहते हुए अनुशासन का पालन करने की आशा जताते हुए मुख्य अतिथि गणों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रांगण में दादा-दादी जी के लिए विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया, जिसमें सभी बुज़ुर्गों ने बड़े उत्साह व जोश के साथ बढ.चढ़ कर भाग लिया। खेलों में भाग लेते हुए बुज़ुर्गों का उत्साह देखते ही बन रहा था। विजेता बुजुर्गों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डी.ए.वी गान,राष्ट्रगान और शांति पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।