Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj :15 मार्च। हरियाणा भंडारण निगम के चेयरमैन एवं पृथला क्षेत्र के विधायक नयनपाल रावत ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरूकुल का अपना अलग महत्व रहा है, पुराने समय में स्कूलों की जगह गुरुकुलों में ही शिक्षा ग्रहण की जाती थी और उस दौरान गुरूकुल में शिक्षा हासिल करने वाले बच्चे अनुशासन, संस्कारवान एवं कत्र्तव्य निष्ठा से कार्य करते थे। उन्होंने कहा कि ऐसे कई गुरुकुल है, जो भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत शिक्षा देकर बच्चों को मार्ग प्रशस्त करने का कार्य कर रहे है, ऐसे में इनकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। श्री रावत रविवार को गांव गदपुरी स्थित गुरूकुल के 83वें वार्षिकोत्सव पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। नयनपाल रावत ने कहा कि संस्कृति भाषा भारत की संस्कृति से जुड़ी भाषा है और इस भाषा को पहले जहां छठी कक्षा से पाठ्यक्रम में शुरु किया जाता है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसके महत्व को समझते हुए इसे पहली कक्षा से पाठ्यक्रम में लागू करवाना अनिवार्य किया है, जो एक सकारात्मक पहल है। उन्होंने कहा कि गुरूकुल में पढऩे वाले बच्चे आधुनिक चकाचौंध से दूर रहकर अनुशासनात्मक शिक्षा ग्रहण करते है और दृढ़ संकल्प के साथ अपने जीवन का निर्वहन करते है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश में दिन रात जनता के भले के लिए कार्य करने में लगे हुए है, पृथला विधानसभा में चाहे केजीपी की बात हो या केएमपी की या फिर स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी और इसके अलावा तमाम हरियाणा में चहुंमुखी विकास का पहिया घूम रहा है। इस अवसर पर विधायक नयनपाल रावत ने गुरूकुल में बनी विज्ञान प्रयोगशाला का भी उद्घाटन किया वहीं 99 साल के वृद्ध नित्यांनद सरस्वती को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर सुरेश वकील, लाला टेकचंद, हेमराज तंवर, हेतलाल मेम्बर, एडवोकेट लक्ष्मण तंवर, ज्ञान कौशिक, नरेश कुमार सहित अनेकों लोग मौजूद थे। गुरुकुल के प्रधान मास्टर मोहनलाल ने बताया कि उक्त गुरूकुल की स्थापना 1936 ने लाला देवी सहाय ने सरकारी नौकरी छोडक़र की थी। उस दौरान से इस गुरूकुल में हजारों बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इस दौरान उन्होंने विधायक नयनपाल रावत के समक्ष गुरूकुल की समस्याएं रखते हुए बताया कि यहां का प्रतिमाह अनाप शनाप बिजली का बिल आता है वहीं गुरूकुल की बाउंड्रीवाल नहीं होने से भी परेशानियां आती है, जिस पर विधायक नयनपाल रावत ने उन्हें आश्वासन दिया कि गुरूकुल की बाउंड्रीवाल जल्द करवा दी जाएगी वही जब तक गुरूकुल में सौर ऊर्जा नहीं लगती, तब तक यहां का बिजली बिल उनके द्वारा वहन किया जाएगा।