Chandigarh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा राज्य महिला आयोग ने 15 अक्टूबर 2021 को अपना 23वें स्थापना दिवस को पहली बार, पर पूर्ण सादगी के साथ मनाया I सभी संस्थान राष्ट्रीय अवकाश व् सप्ताहांत होने के कारण बंद थे, फिर भी आयोग का पूर्ण स्टाफ पूरे जोश के साथ विजयदशमी के पर्व पर आयोग में हाजिर रहा l आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती प्रीति भारद्वाज दलाल ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से आयोग ने विभिन्न प्रकार के छोटे स्तर पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है – जैसे कि विजयदशमी की पूर्वसंध्या व दुर्गानवमी के पावन अवसर पर आयोग द्वारा प्रदेश की सबसे निचले वर्ग की कन्याओं को आयोग में आमंत्रित कर सांकेतिक रूप से विधिपूर्वक कन्यापूजन किया गया, फलाहार यथाचित सामग्री, मान सम्मान व स्नेहपूर्वक आयोग की गतिविधियों को साझा करते हुए, एक और कदम एक और स्तर पर सशक्तता की ओर बढ़ाने का प्रयास किया l
हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के रीति रिवाज व सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने के लिए, पहली बार सांझी महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसका आज समापन है l सांझी उत्सव के माध्यम से, जो हरियाणवी लोक सस्कृति को पुनःजीवित करने का वातावरण बनाया गया है, उससे हरियाणा की युवा पीढ़ी, आने वाली पीढ़ी – लोककला से भावनात्मक रूप से जुड़ पाएगी i संस्कृति एवं लोककला दोनों के समागम और इस प्रकार के उत्सवों को उत्साहपूर्वक मनाकर ही, हम अपनी धरोहर को आगे बढ़ा पाएंगे ।
सांझी चूँकि देवी का प्रतिक है और हरियाणा के लोकगीतों में अधिकतर मात्रा में बच्चियो, युवतीओं और महिलाओं के लिए विशेष वर्णन मिलता है – हरियाणा महिला आयोग संबंधित लोकगीत, महिलाओं ने आयोग के साथ सांझा किए और गीतों में समय के साथ आए बदलाव में सामायिक सकारात्मक शब्दावली का प्रयोग करने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया l
प्रीति भारद्वाज दलाल ने बताया की जैसे एक सांझी गीत जो युवती विशेष है उसमे वह केवल अपने पिता और भाई का प्रेम दर्शा रही है इसको आगे बढाते हुए ससुराल पक्ष को भी जोड़ा गया, ताकि इन गीतों के माध्यम से परिवारों व समाज में मानसिक बदलाव लाया जाना जरूरी है I एक गीत का अंश आगे बढ़ाते हुए, दोनों परिवारों के बीच सामजस्य बनाने की पहल की है :
“जाग सांझी जाग तेरे मात्थे लाग्या भाग
पीली पीली पट्टियां सदा सुहाग
मेरी सांझी के औरे धोरै चोल्यां की मुट्ठी हे
मैं तने बुज्झूं संझा तेरी कै तोल्यां की गुट्ठी हे
हे मेरे बाप घड़ाई बहना बीरण मोल चुकाई
बेबे 2 तोल्यां की गुट्ठी के
मैं तने बुज्झूं संझा तेरी कै तोल्यां की कंठी है
मेरे ससुर ने घड़ाई बहना भरतार मोल चुकाई
बेबे 9 तोल्यां की कंठी के”
इसके अतिरिक्त, आज हरियाणा राज्य महिला आयोग ने अपने नए सोशल मीडिया अकाउंट्स का भी लोकार्पण एक सामान्य व् राह पर चलती महिला पंचकुला सेक्टर 10 की श्रीमती सुमन द्वारा करवाया गया I नए फेसबुक पेज व टि्वटर हैंडल भी जनता के साथ साझा कर रहा है ताकि प्रदेशवासियों को आयोग की गतिविधियों को प्रमुखता के साथ इंटरनेट युग में महिलाओं संबंधी कानून, आयोग की कार्यप्रणाली, कर्यकर्मो की जानकारी से सभी लाभान्वित हो l सोशल मीडिया अकाउंट्स निमंलिखित नाम से हैं –
1. फेसबुक पेज Haryana State Commission for Women
2. ट्वीटर हैंडल Haryana State Commission for Women
3. आयोग सखी 24/7 वह्ट्सएप नंबर 9560080115 (पुनः साझा किया जा रहा है)
आगामी सप्ताहों में आयोग द्वारा विभिन्न पुस्तिकाओं का भी विमोचन व लोकार्पण किया जाएगा, जिससे निश्चित रूप से प्रदेश की सभी महिलाएं व बच्चियां जनता लाभान्वित होंगी l
विजयदशमी की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं