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Faridabad NCR

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में तंबाकू निषेध और तनाव प्रबंधन पर स्वास्थ्य जागरूकता व्याख्यान

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 31 जुलाई। जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के चिकित्सा केंद्र ने मेट्रो हॉस्पिटल, फरीदाबाद के सहयोग से आज तंबाकू निषेध और तनाव प्रबंधन पर एक स्वास्थ्य जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया। यह आयोजन नि-क्षय मित्र पहल के तहत किया गया, जो राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षयरोग (टीबी) की रोकथाम, प्रारंभिक पहचान और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना है।
इस सत्र में मेट्रो हॉस्पिटल, फरीदाबाद के प्रतिष्ठित चिकित्सा विशेषज्ञों डॉ. शिवम वत्सल अग्रवाल, निदेशक और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख और डॉ. लवलीन मंगल, पल्मोनोलॉजिस्ट ने विशेषज्ञ वक्ता के रूप में भाग लिया। उनकी विशेषज्ञता ने तंबाकू के उपयोग से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों और प्रभावी तनाव प्रबंधन रणनीतियों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की, जो टीबी की रोकथाम और समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) अजय रंगा, कुलसचिव और प्रो. प्रदीप डिमरी, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, उपस्थित रहे। सत्र का संचालन विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंकुर शर्मा ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम के सुचारु समन्वय और सक्रिय भागीदारी को सुनिश्चित किया।
डॉ. शिवम वत्सल अग्रवाल ने तंबाकू के सेवन के दुष्कर प्रभावों पर प्रकाश डाला, विशेष रूप से इसके टीबी और कैंसर जैसे अन्य जानलेवा रोगों से सीधे संबंध पर बल दिया। उन्होंने तंबाकू छोड़ने के लिए व्यावहारिक उपायों, जैसे परामर्श, निकोटीन प्रतिस्थापन चिकित्सा, और नि-क्षय मित्र पहल के तहत सामुदायिक समर्थन प्रणालियों के बारे में बताया। डॉ. अग्रवाल ने उपस्थित लोगों से तंबाकू-मुक्त जीवनशैली अपनाने और टीबी व संबंधित रोगों के बोझ को कम करने के लिए सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया।
डॉ. लवलीन मंगल ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर तनाव के प्रभाव पर चर्चा की, विशेष रूप से इसकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करने और टीबी जैसे रोगों को बढ़ाने में भूमिका पर ध्यान दिया। उन्होंने तनाव कम करने के लिए व्यावहारिक रणनीतियों, जैसे माइंडफुलनेस तकनीक, प्रभावी समय प्रबंधन, और संतुलित जीवनशैली बनाए रखने की सलाह दी। उनके संवादात्मक दृष्टिकोण ने दर्शकों को आकर्षित किया और छात्रों व शिक्षकों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। सत्र का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने तंबाकू और तनाव से संबंधित चुनौतियों के बारे में जानकारी ली।सत्र के अंत में डॉ. अंकुर शर्मा ने मेट्रो हॉस्पिटल के सहयोग और विशेषज्ञता के लिए विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया।

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