Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : भारत विश्व का पहला ऐसा देश है जिसने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) को अनिवार्य किया। जिसके तहत व्यवसायिक प्रतिष्ठान अपने लाभ का हिस्सा शिक्षा, गरीबी, लिंग समानता एवं भूखों की रोटी पर खर्च कर सकते हैं, जो बड़े प्रतिष्ठानों के लिए अनिवार्य भी है और जिसके अपने टैक्स बेनिफिट्स भी हैं। लेकिन ये इंडिया है, यहां सब कुछ स्वार्थ अथवा बेनिफिट्स के लिए ही नहीं होता, बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझकर भी होता है। व्यवसाय इस प्रकार की जिम्मेदारियों का निर्वाहण सीएसआर के अस्तित्व में आने से पहले भी करते रहे हैं और बाद में भी करते रहेंगे। दरअसल सामाजिक जिम्मेदारी तो हमारी भारतीय संस्कृति में ही अन्तर्निहित है।
ऐसे ही एक युवा उद्यमी हैं नोयडा के इमरान खान जो अपने स्टार्टअप सीएसएस फाउंडर के साथ-साथ गरीब बच्चों के लिए भी काम कर रहे हैं। इमरान 2016 से “फ्री फूड फॉर नीडी चिल्ड्रन” नाम से एक प्रोग्राम चला रहे हैं जिसके अंतर्गत वे दिल्ली-एनसीआर के झोपड़-पट्टी या रोड पर रहने को मजबूर लोगो और बच्चों के लिए मुफ्त खाना मुहैय्या कराते हैं। ये कार्यक्रम वे हर सप्ताह विशेषकर शनिवार एवं एवं रविवार को आयोजित करते हैं। इमरान का मानना है कि अगर हममें से हर एक जो कि थोड़ा भी स्थापित है, अगर कुछ बच्चों के खान पान की जिम्मेदारी ले ले तो शायद देश का कोई भी बच्चा भूखा नहीं सोएगा।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान मजदूर और गरीबों में अपने-अपने घर और गांव वापस जाने को लेकर हलचल पैदा हो गई थी। जिसमे कई लोग तो पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े। इसी बीच सीएसएस फाउंडर के चैयरमैन इमरान खान अपनी टीम के साथ लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। आपको बता दें कि इमरान खान के साथ उनके पूरे परिवार ने मिलकर पैदल जा रहे लोगों को गाजियाबाद, NH24 के हाईवे पर खाने पीने की चीजें बांटी। उन्होने लोगों से अपील भी कि इस महामारी की स्थिति में लोगों से जितना हो सके उतनी लोगों की मदद करें। क्योंकि ये हमारा कर्तव्य बनता है कि हम अपने देश के लोगों को खाली पेट ना रहने दें। इसके अलावा सीएसएस फाउंडर अपनी टीम के साथ मिलकर रोड पर सोने वाले मजबूरों के लिए सर्दियों में कम्बल और खाने के लिए राशन का सामान बांटने का भी काम करते हैं।
इमरान लम्बे समय से व्यापार से जुड़े हुए हैं, शुरुआत उन्होंने अपने फैमिली बिज़नेस से की थी और 2014 में उन्होंने खुद की कम्पनी सीएसएस फाउंडर की स्थापना की। सीएसएस फॉउंडर शुरुआत में एक प्रोपराइटरशिप कम्पनी थी, जिसे पूरी मेहनत के साथ 2016 में उन्होंने प्राइवेट लिमिटेड इकाई में तब्दील कर दिया।
सामाजिक कार्य को बढ़ावा देने क लिए इमरान खान कहते हैं कि यदि देश की हर छोटी और बड़ी कंपनी अपना थोड़ा-थोड़ा पैसा निकाल कर सामाजिक कार्य में लगाए तो हम समाज में कुछ बदलाव ला सकते हैं।
इमरान का कहना है कि हम तो बस एक साफ़, सहयोगी और सामाजिक उत्तरदायित्व से परिपूर्ण ह्रदय लेकर व्यापार जगत में उतरे थे हमारी जी तोड़ मेहनत और नेक नीयत ने साथ दिया और हम सफल हुए, सब भागवान का करम है। हमारी इस सफलता का श्रेय मैं अपनी टीम को दूंगा जिन्होंने हर वक्त एक मजबूत खंबे की तरह खड़े होकर मेरा साथ दिया। अपने स्टार्पअप के साथ साथ सामाजिक उत्तरदायित्व पर आज भी हम उतने ही फोकस्ड हैं और “फ्री फूड फॉर नीडी चिल्ड्रन” की यह मुहिम लगातार ऐसे ही चलती रहेगी।