Faridabad NCR
लोगों की पानी की समस्या के निराकरण के लिए करूंगा हरसंभव प्रयास : नगेंद्र भड़ाना
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 13 अप्रैल। गर्मियों की शुरूआत होते ही शहर में पानी की किल्लत गहराती जा रही है। एनआईटी क्षेत्र के सेक्टर-55, संजय कालोनी, पर्वतीया कालोनी व डबुआ कालोनी में भी पेयजल संकट गहराने लगा है। पानी की समस्या को लेकर सेक्टर-55 के कम्युनिटी सेंटर में स्थानीय लोगों ने एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में मुख्य रूप से एनआईटी क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता नगेंद्र भड़ाना मौजूद रहे। बैठक में उपस्थित लोगों ने पूर्व विधायक नगेंद्र भड़ाना के समक्ष पानी की समस्या रखते हुए कहा कि पानी की आपूर्ति न होने के कारण उन्हें पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, अधिकारी उनकी कोई सुनवाई नहीं करते, अभी तो गर्मियों की शुरूआत है, आगे स्थिति और भी बिगड़ सकती है इसलिए पानी की समस्या का निराकरण किया जाए। स्थानीय लोगों ने पूर्व विधायक के समक्ष समस्याएं रखते हुए मांग की कि सेक्टर-55 के हिस्से का पानी सेक्टर – 55 को पर्याप्त मात्रा में मिलना चाहिए, पानी की दोनों मोटरें एक साथ चलनी चाहिए ताकि पानी प्रेशर सही प्रकार से आए, पानी की पुरानी पाइप लाइन में कचरा जमा हैं या तो वो कचरा साफ़ करवाया जाए या नई पाइप लाइन डाली जाए, सेक्टर – 25 बूस्टर की सफ़ाई करवाई जाए तथा छत की मरम्मत करवाई जाए ताकि पब्लिक को साफ़ पानी मिल सके, सेक्टर – 25 के बूस्टर की ऊंची टंकी से पानी की सप्लाई हो ताकि बिना मोटर चलाए पानी की सप्लाई हो, पानी की पाइप की लीकेज को दुरुस्त करवाया जाए , पानी आने का समय निर्धारित किया जाए व सही समय पर पानी की सप्लाई की जाए। लोगों की समस्याएं सुनने के बाद पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता नगेंद्र भड़ाना ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है। मौजूदा गर्मियों का मौसम शुरू होने से क्षेत्र में पानी की समस्या गहरा गई है, जिसके निराकरण के लिए वह जल्द केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर तथा नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव से मिलेंगे और लोगों को पानी उपलब्ध करवाने का भरसक प्रयास करेंगे, अगर जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष भी इस समस्या को प्रमुखता से उठाएंगे ताकि अधिकारी लोगों की पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कर सके। इस अवसर पर सेक्टर-55 आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के लोग सहित स्थानीय महिलाएं एवं पुरुष मौजूद थे।