Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : बीते 28 जुलाई को सेक्टर 8 पुलिस चौकी में, थानाक्षेत्र में रहनेवाले एक व्यक्ति ने चौकी प्रभारी को लिखित सूचना दी कि उनकी पुत्री घर से बिना किसी को कुछ बताये कहीं चली गई है। सूचना प्राप्त होते ही शिकायत दर्ज करते हुए पुलिस टीम गठित की गई और युवती की तलाश में लगा दी गई।
तकनीकी सहयोग से पुलिस को युवती के फरीदाबाद रेलवे स्टेशन परिसर में होने की सुचना पाते ही पुलिस फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पहुँची। रेलवे स्टेशन के आस-पास तथा प्लेटफार्म पर लगे सभी सीसीटीवी फुटेज की जाँच की। सीसीटीवी फुटेज में युवती पलवल की ओर जाने वाली किसी सवारी गाड़ी में चढ़ती हुई दिखी। पुलिस टीम बिना देरी किये हुए पलवल के लिए प्रस्थान कर गयी। पलवल पहुँचते ही पुलिस को युवती रेलवे स्टेशन में अकेले बैठी हुई मिली। पुलिस टीम युवती को समझा-बुझाकर अपने साथ सेक्टर-7 थाना ले आयी।
थाना पहुंचने के बाद पुलिस ने युवती के स्वजनों को बुला लिया और उनके सामने युवती के घर से बिना बताये चले जाने का कारण जानना चाहा। युवती बोली कि वह फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के लिए दिल्ली के प्रतिष्ठित अकादमी में नामांकन करवाना चाहती है। लेकिन उनके अभिभावक नामांकन की बात अगले वर्ष तक के लिए टाल जाते हैं। इसलिए वह घर से नाराज होकर बिना किसी को कुछ बताये चली गई थी।
लड़की के पिता ने बताया कि वे जिम प्रशिक्षक हैं और अब से कुछ दिन पूर्व उनके ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ है और वे अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं। उसकी बेटी जिस फैशन डिजाइनिंग संस्थान में नामांकन करवाने की बात कह रही है, उसकी फीस लाखों में है। जिसे वह इस समय आर्थिक रूप से वहन करने में सक्षम नहीं है। इसलिए, उसने अपनी बेटी से अगले वर्ष नामांकन करा देने की बात कही थी।
थानाध्यक्ष ने सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर युवती को सकुशल उसके परिजनों को सौंपते हुए कहा कि बड़े होते बाल-बच्चों के लिए माता-पिता की भूमिका एक दोस्त की तरह होनी चाहिए। ताकि बच्चे और अभिभावक एक-दूसरे को अच्छे प्रकार से समझने के साथ उनकी भावनाओं का सम्मान करे। ऐसा करने पर कुछ गलत होने से बचा जा सकता है।
युवती के परिजनों ने फरीदाबाद पुलिस की सराहना की तथा थानाध्यक्ष की बातों से सहमत होते हुए उनका आभार जताया।