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Faridabad NCR

डिजिटल अरेस्ट मामले में साइबर थाना एनआईटी की टीम ने दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता के द्वारा फरीदाबाद में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए साइबर अपराध में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने के दिए गए दिशा निर्देश के अंतर्गत कार्यवाही करते हुए साइबर थाना NIT की टीम ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

पुलिस प्रवक्ता ने बतलाया कि 10 जनवरी को पोर्टल के माध्यम से फरीदाबाद की ग्रीन वैली में रहने वाली एक महिला की साइबर फ्रॉड की शिकायत प्राप्त हुई। जिसमें उसने बतलाया कि उसके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। जिसने अपने आपको TRAI का कर्मचारी बताया, ठग ने शिकायतकर्ता से कहा कि उसके फोन नंबर का उपयोग लोगों से जबरन वसूली करने के लिए किया जा रहा है। फिर कॉल करने वाले ने शिकायतकर्ता की पुलिसकर्मी से बात कराई। पुलिसकर्मी ने शिकायतकर्ता को बताया कि उसके आधार नंबर का उपयोग केनरा बैंक मुंबई में एक खाता खोलने के लिए किया गया है, इस खाते में लगभग 6 करोड़ का अवैध लेनदेन किया गया है। ठगो ने शिकायतकर्ता पर दबाव बनाते हुए कहा कि आपके विरुद्ध नरेश गोयल नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दे रखी है और उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं, कि आपके खाते में अवैध धन आया है, इन अवैध गतिविधियों पर मुंबई में कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं और संपत्ति जब्ती के लिए भी वारंट जारी किये है। ठगो ने शिकायतकर्ता के पास मामले के संबंध में वारंट भी भेजे। ठगो के द्वारा शिकायतकर्ता को 11 से 29 नवंबर तक हाउस अरेस्ट रखा और शिकायतकर्ता के साथ 40 लाख रुपए का फ्रॉड किया। जिस पर साइबर थाना NIT में मामला दर्ज किया गया।

केन्द्रीय श्रम मंत्रालय की सेवानिवृत महिला अधिकारी से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 40 लाख की धोखाधडी करने के मामले में थाना साइबर अपराध NIT की टीम ने दो और आरोपी नीरज खंडेलवाल और अब्दुल मजिद खान को जयपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी मजिद खान ने पूछताछ में बतलाया कि वह बैंक खाते के ATM कार्ड व मोबाइल SIM को प्राप्त करके आगे अन्य आरोपी के पास पहुचाने का काम करता था जिसके लिए वह जयपुर में उपरोक्त सामग्री प्राप्त करके बस के माध्यम से आगे आरोपियो के पास पहुंचाता था। आरोपी नीरज ने पूछताछ में बतलाया कि वह आरोपियो को काम करने के लिए किराए पर कमरा, साथ ही गाडी व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करता था जिसके लिए आरोपियो को कमीशन के तौर पर ठगी के पैसों में से हिस्सा मिलता था। आरोपियो को पूछताछ के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था जिनको पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है।

मामले में पूर्व में आरोपी रिषिकेश सिंह उर्फ़ डब्लू सिंह, समीर व तरुण गोयल को गिरफ्तार जा चुका है।

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