Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 4 अगस्त। हरियाणा राज्य में अब प्रत्येक परिवार को अलग पहचान मिलेगी तथा सभी परिवारों का डाटा डिजिटल रूप में संग्रहित किया जाएगा। इस पहचान नंबर से ही भविष्य में परिवारों को सरकारी सेवाओं व जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। मंगलवार को पंचकूला में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नागरिक संसाधन सूचना विभाग के माध्यम से मेरा परिवार-समृद्ध परिवार के तहत परिवार पहचान पत्र वितरण योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उनके साथ उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी उपस्थित थे।
जिला स्तर पर लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित परिवार पहचान पत्र वितरण कार्यक्रम में हरियाणा के परिवहन व खनन एवं भू-गर्भ मंत्री मूलचंद शर्मा मुख्यातिथि थे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में हरियाणा वेयर हाउस निगम के चेयरमैन एवं विधायक पृथला नयनपाल रावत व उपायुक्त यशपाल तथा अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान भी उपस्थित थे।
परिवहन मंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के तहत सभी परिवारों का एक प्रामाणिक, सत्यापित व विश्वसनीय डेटाबेस तैयार होगा। इस पहचान पत्र को सभी वर्तमान की योजनाओं व जनहित की सेवाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि अंतिम व्यक्ति तक इन योजनाओं का लाभ पहुंच सके। इसके तहत योजनाओं के पात्र व्यक्तियों का चयन भी स्वतः हो जाएगा, यानी लाभपात्र को अलग से आवेदन नहीं करना पड़ेगा। इससे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आएगी। संग्रहित डाटा को गोपनीय व सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से सरकार की ओर से डिजिटल स्वरूप के साथ जरूरतमंद लोगों को लाभांवित कर रही है और मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच के कारण ही परिवार को अलग पहचान जारी करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मानते हैं कि गुड गवर्नेंस का रास्ता ई-गवर्नेंस से निकलता है, इसलिए सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस नीति के तहत ही ई-गवर्नेंस को अधिक महत्व दे रही है। उन्होंने बताया कि आगामी रूपरेखा के अनुसार 27, 28, 29 व 30 अगस्त को जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में विशेष कैंप लगाए जाएंगे, जिसमें प्रत्येक परिवार का पहचान-पत्र बनाने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी विभागों की योजनाओं का लाभ परिवार पहचान पत्र के माध्यम से दिया जाएगा तथा लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। इस अवसर पर मंत्री ने 20 लाभपात्रों को परिवार पहचान पत्र भी वितरित किए।
चेयरमैन नयनपाल रावत ने कहा कि परिवार पहचान पत्र से लोगों को सरकारी सेवाओं व योजनाओं का लाभ जल्द व सरल तरीक से मिलेगा और लोगों को पारदर्शी तरीके से इनका लाभ मिलेगा। प्रदेश सरकार ने अपने पिछले पांच वर्ष के कार्यकाल में ई-गवर्नेंस सेवाओं को काफी बढ़ावा दिया, जिस कारण अनेक कार्य पारदर्शी तरीके से हुए। परिवार पहचान पत्र के तहत तैयार डेटाबेस भविष्य की योजनाओं को तैयार करने में भी काफी कारगर सिद्ध होगा।
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि परिवार पहचान पत्र के तहत नया डेटाबेस तैयार होगा। इसमें भविष्य में नया डाटा जुड़ता रहेगा और यह निरंतर अपडेट होता रहेगा। उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र आधार नंबर के साथ ही तैयार होगा। जिला में परिवार पहचान पत्र के लिए सर्वे का कार्य निरंतर जारी है। प्रतिदिन टीमें जाकर सर्वे का कार्य कर रही हैं। अगस्त के अंत तक पूरा जिला को कवर कर लिया जाएगा। अभी तक करीब 3 लाख परिवारों का डाटा रजिस्टर्ड कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार को भी जागरूक होकर अपने नजदीकी सीएससी सेंटर पर जाकर परिवार पहचान पत्र के लिए आवेदन करना चाहिए।