Faridabad NCR
परिवहन विभाग हरियाणा सरकार और मारुति सुज़ुकी के संयुक्त पहल से फरीदाबाद में मॉडल रोड सेफ्टी नॉलेज सेंटर का उद्घाटन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj 9 अगस्त। सड़क सुरक्षा में सुधार लाने और सड़क उपयोगकर्ताओं में सुरक्षित ड्राइविंग के व्यवहार को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध, मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड और हरियाणा के परिवहन विभाग ने आज फरीदाबाद में एक मॉडल रोड सेफ्टी नॉलेज सेंटर (आरएसकेसी) का उद्घाटन किया।
इस मॉडल आरएसकेसी का उद्घाटन श्री शत्रुजीत कपूर, आईपीएस, प्रधान सचिव (परिवहन), हरियाणा ने श्री अमिताभ सिंह ढिल्लों, आईपीएस, परिवहन आयुक्त, हरियाणा, श्री जितेंद्र यादव, आईएएस, उपायुक्त, फरीदाबाद और श्री राहुल भारती, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, मारुति सुज़ुकी की उपस्थिति में किया। इस ऑनलाइन समारोह में परिवहन विभाग हरियाणा, फरीदाबाद प्रशासन और मारुति सुज़ुकी के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
फरीदाबाद में मॉडल आरएसकेसी, सड़क उपयोगकर्ताओं को शिक्षित करने और शहर में सड़क सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने में मदद करेगा। दीर्घावधि में यह लर्नर लाइसेंस के उम्मीदवारों को बुनियादी सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करेगा, और सुरक्षित ड्राइविंग की आदत को अपनाने के लिए लोगों को शिक्षित करेगा। लर्निंग लाइसेंस के आवेदक मॉडल आरएसकेसी के जरिए ऑनलाइन ड्राइविंग टेस्ट के लिए भी उपस्थित हो सकेंगे।
उद्घाटन करते हुए, श्री शत्रुजीत कपूर ने कहा, “सड़क सुरक्षा एक सतत राष्ट्रीय चिंता है। देश में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लक्ष्य के अनुरुप हरियाणा राज्य ने भी 2030 तक सड़क हादसों को आधे से ज्यादा कम करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए प्रत्येक सड़क उपयोगकर्ता को सड़क सुरक्षा को अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानना होगा, तभी हम दुर्घटना रहित हरियाणा का सपना पूरा कर सकेंगे। यह मॉडल रोड सेफ्टी नॉलेज सेंटर इसे व्यवहारिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह केन्द्र नए लाइसेंस चाहने वालों और आम लोगों को सही सड़क उपयोग की बुनियादी जानकारी और सुरक्षित ड्राइविंग के आदतों के बारे में जागरुक करेगा।“
सुरक्षित सड़कों के लिए मारुति सुज़ुकी की प्रतिबद्धता के बारे में विस्तार से बताते हुए, श्री राहुल भारती ने कहा, “मारुति सुज़ुकी जिंदगी बचाने के इस पहल में हरियाणा के परिवहन विभाग के साथ साझेदारी करके बहुत प्रसन्न है। मारुति सुज़ुकी में हम सड़क सुरक्षा के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपना रहे हैं, जिसमें वाहन डिजाइन से लेकर सड़क सुरक्षा की शिक्षा, टेस्टिंग और संपादन के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल शामिल है। भारत में 80 प्रतिशत से अधिक सड़क दुर्घटनाएं मानवीय भूल के कारण होती हैं और जिन्हें सही शिक्षा और प्रशिक्षण से टाला जा सकता है। हमें उम्मीद है कि यह मॉडल आरएसकेसी शहर में सड़क उपयोगकर्ताओं के बीच सुरक्षित ड्राइविंग के व्यवहार को आदत में लाने की दिशा में काम करेगा।
मॉडल रोड सेफ्टी नॉलेज सेंटर, फरीदाबाद
पहली मंजिल, ई-दिशा केंद्र, मिनी सचिवालय, सेक्टर 12, फरीदाबाद, हरियाणा में स्थित, मॉडल आरएसकेसी फैसिलिटी 209 sq m में स्थापित की गई है, जो पूरी तरह वातानुकूलित है। इस केंद्र में ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस टेस्ट के लिए क्यूबिकल के साथ समर्पित क्षेत्र भी है। मॉडल आरएसकेसी सुविधा किसी भी मैनुअल हस्तक्षेप की आवश्यकता के बिना, ऑनलाइन सिद्धांत परीक्षण की निगरानी और सुचारु रुप से संचालन के लिए नेशनल इन्फॉरमेटिक्स सेंटर (एनआईसी) द्वारा विकसित ए.आई. (आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस) पर आधारित तकनीक का भी उपयोग करेगी।
लर्नर्स लाइसेंस टेस्ट में नवीनतम सीएमवीआर मापदंडो (CMVR’1989) और अधिसूचनाओं के अनुरुप संशोधित प्रश्न बैंक होगा। प्रश्न नवीनतम सड़क नियमों और वाहन सुरक्षा सुविधाओं के पहलुओं को कवर करते हैं। प्रश्नों में फास्टैग, एच.एस.आर.पी, हैजर्ड परसेप्शन, इलेक्ट्रिक व्हीकल जैसे विषय भी शामिल हैं।
ऑनलाइन सेरेमनी के दौरान श्री शत्रुजीत कपूर ने दो महत्वपूर्ण सड़क सुरक्षा से संबंधित पुस्तक भी लॉन्च किए- 1. हरियाणा ड्राइविंग मैनुअल (हिंदी और अंग्रेजी में) और 2. सड़क संसार (हिंदी में)। दोनों पुस्तकों को लॉन्च करने का उद्देश्य सड़क उपयोगकर्ताओं, खासकर बच्चों व युवाओं (जो कि भविष्य के सड़क उपयोगकर्ता हैं) में सड़क सुरक्षा के संस्कार को सुदृढ़ करना है।
पूर्व में मारुति सुजुकी द्वारा हरियाणा में ड्राइविंग प्रशिक्षण की पहल
पिछले कुछ वर्षों में, कंपनी ने ड्राइविंग कौशल और सड़क सुरक्षा जागरुकता में सुधार के लिए कई परियोजनाएं शुरु की हैं।
गुणवत्तापूर्ण ड्राइविंग प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करने के लिए, कंपनी ने 7 ड्राइविंग और यातायात अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर) स्थापित किए हैं, जिनमें से 2 हरियाणा में स्थित हैं। इसके अलावा, कंपनी ने राज्य भर में 22 रोड सेफ्टी नॉलेज सेंटर (आरएसकेसी) स्थापित किए हैं। हल्के मोटर वाहनों, भारी मोटर वाहनों, दुपहिया और फोर्कलिफ्ट के चालकों के लर्नर, रिफ्रेशर, असेस्मेंट कोर्स के लिए आईडीटीआर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से डिजाइन किए गए टेस्ट ट्रैक्स, ड्राइविंग सिमुलेटर्स और एक पूर्ण रुप से परिभाषित पाठ्यक्रम का इस्तेमाल करते हैं। राज्य में पिछले 10 वर्षों में 2 आईडीटीआर और 22 आरएसकेसी ने मिलकर 18 लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया है।