Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में ‘करियर काउंसलिंग’ पर वेबिनार श्रृंखला का शुभारंभ
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 24 जून जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के लिबरल आट्र्स एवं मीडिया स्टडीज विभाग द्वारा बारहवीं तथा स्नातक के उपरांत विद्यार्थियों के करियर चयन को आसान बनाने के लिए ‘करियर काउंसलिंग’ पर आयोजित की जा रही वेबिनार श्रृंखला का शुभारंभ हो गया। पहले दिन वेबिनार में लगभग 150 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया तथा विशेषज्ञों से करियर संबंधी परामर्श हासिल किये।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार मुख्य अतिथि रहे। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग और विभागाध्यक्ष प्रो. अतुल मिश्रा भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में दिल्ली के श्री अरबिंदो कॉलेज से डॉ. आर.के. वर्मा, गवर्नमेंट कॉलेज फरीदाबाद से डॉ. नीर कंवल मानी और डॉ. वीरेंद्र खाटकर वेबिनार के विशेषज्ञ वक्ता थे। वेबिनार का उद्देश्य साहित्य, लिबरल आर्ट और डिजिटल मानविकी के क्षेत्रों में भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करना था। सत्र का संचालन डॉ. रीना ग्रेवाल ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से हुआ, जिसके उपरांत मुख्य अतिथि ने उद्गार प्रस्तुत किये। इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने विद्यार्थियों को अपने मल्टीटास्किंग कौशल में सुधार लाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में करियर अवसरों का लाभ उठाने के लिए अंतःविषय ज्ञान जरूरी होगा। इसलिए, विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ अपनी रूचि के अनुरूप अन्य विषयों में ज्ञान तथा कौशल को हासिल करने पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा में गुणवत्ता बनाये रखने के साथ-साथ विद्यार्थियों के समग्र तथा कौशल विकास पर विशेष ध्यान दे रहा है।
अपने संबोधन में, डॉ. नीर कंवल मानी ने भाषा कौशल के महत्व के बारे में बताया और कहा कि प्रशासनिक क्षेत्रों में भाषा कौशल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। इसलिए किसी भी भाषा में उसके मौखिक एवं लिखित दोनों माध्यमों पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है। उन्होंने साहित्यिक-अनुवाद, फिल्म-अनुवाद, शोध-सम्पादक, इलस्ट्रेटर में विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध कैरियर के अवसरों पर चर्चा की।
सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. वीरेंद्र खाटकर ने डिजिटल मानविकी और डॉ. आर.के. वर्मा ने लिबरल आर्ट स्टडीज को लेकर अपने विचार रखे। अंत में कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. दिव्यज्योति सिंह ने सत्र का सारांश प्रस्तुत किया तथा कुलसचिव डॉ. एस.के. र्ग ने विशेषज्ञ वक्ताओं का धन्यवाद किया। चर्चा के दौरान विद्यार्थियों के लिए संवाद सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों से अपने भावी करियर को लेकर खुलकर बात की।