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Faridabad NCR

सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया भारतीय भाषा उत्सव स्कूल कार्निवल

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : दयाल बाग स्थित सूरजकुंड इंटरनेशनल स्कूल में सभी धर्मों के सम्मान व संस्कृति के रक्षण भाव को विकसित करते हुए मनाया गया भारतीय भाषा उत्सव। कार्यक्रम का शुभारंभ नन्हें मुन्ने बच्चों की क्रिसमस परेड से हुआ जिसमें बच्चों ने मनमोहक ड्रेस के साथ व अनेक सैंटा के साथ परेड में भाग लिया और इन्हीं बच्चों ने जिंगल बेल्स की धुन पर नृत्य प्रस्तुत किया। थिरकते हुए बच्चों को सैंटा ने टॉफी व चॉकलेट बांटी ।
स्वागत गान व गणेश वंदना के माध्यम से कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें सभी राज्यों से संबंधित हरियाणवी, बॉलीवुड,राजस्थानी, भांगड़ा, गुजराती, बार्बी, क्रिसमस,तारा रम पम पम आदि लोकनृत्यों को बड़े ही सरल और सुंदर ढंग से सबके सामने प्रस्तुत किया और सभी को भावविभोर कर दिया।
कक्षा पहली से तीसरी तक के विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिता द्वारा  लोगों का मनोरंजन किया। विद्यार्थियों ने अपनी  प्रतिभा व बुद्धि कौशल का परिचय देते हुए अपने राज्य को सबसे अच्छा दिखाया। जिसमें कश्मीरी राज्य ने नाव व टोकरियों द्वारा कश्मीर की झांकी दिखाई, राजस्थान ने राजस्थानी भोजन व जयपुर के किले द्वारा अपनी संस्कृति का मान बढ़ाया तो वही बंगाली थीम ने अपनी संस्कृति को सबसे अच्छा दिखाने के लिए हावड़ा ब्रिज, सिटी ऑफ जॉय, कोलकाता व शांति निकेतन को दिखाते हुए बंगाल का परिचय दिया। हरियाणवी थीम ने हरे भरे खेत व नृत्यांगनाओं के चित्रों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया। पंजाबी थीम ने भी अपने जज्बे को जलियांवाला बाग, हमारा घर हमारा पंजाब के मॉडल बनाकर अपने देश का गौरव बढ़ाया। गुजराती थीम ने गांधीजी के साबरमती आश्रम व नरेंद्र मोदी स्टेडियम को मॉडल द्वारा दिखा कर सबका मन मोह लिया।
इस  अवसर पर स्कूल के चेयरमैन डी. पी. भड़ाना, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट, मुख्य निदेशक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता सत्येंद्र भड़ाना, विनोद भड़ाना ने सभी विद्यार्थियों व अभिभावकों को कार्निवल की बधाई देते हुए कहा कि सभी पर्वों को उल्लास से मनाने का अर्थ है कि सभी धर्म और संस्कृति का आदर व सम्मान करना। उन्होंने बताया कि विद्यालय कार्निवल विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में शामिल करने से बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ाता है । यह हमें जीवन में सही संतुलन का महत्व सिखाता है। ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों की प्रतिभा को एक नई उड़ान मिलती है। जहां बच्चें कुछ दिन पढ़ाई के साथ साथ अपनी कला का प्रर्दशन करते हैं वहीं दूसरी ओर विद्यालय और माता-पिता का नाम रोशन होता है। ऐसे कार्निवल अपने साथ ढेर सारी उत्सुकता और खुशी लेकर आते है, जिससे बच्चों में अपने प्रत्येक कार्यों के लिए एक नया जोश व उत्साह देखने को मिलता है। अंत में उन्होंने सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए अपनी वाणी को विराम दिया।

कार्यक्रम के अंत में स्कूल की प्रधानाचार्य श्रीमती शुभ्रता सिंह ने सभी को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कार्निवल अपनी प्रतिष्ठा निखारने का एक भव्य मंच है। यह गतिविधियां छात्रों में आत्मविश्वास पैदा करती है और उनके ज्ञान का विस्तार करती हैं। जो उनके जीवन व भविष्य के लिए उपयोगी है। कार्यक्रम का समापन लकी ड्रॉ निकालकर किया गया जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय कूपन पर इनाम वितरित किए गए।

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