Faridabad NCR
इन्डोगमा फिल्म फेस्टिवल 2023 तीसरा दिन बहुत खास रहा
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 15 दिसम्बर। इंडोगमा फ़िल्म फेस्टिवल के लिये बहुत खास रहा। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि काँग्रेस के वरिष्ठ नेता जे.पी नागर, लखन सिंघला, धर्मवीर खटाना और बीजेपी नेता ठाकुर शैलेन्द्र सिंह के स्वागत के साथ हुआ। तत्पश्चात विश्वविख्यात जादूगर सी.पी यादव ने जादू का खेल दिखाया यादव ने जादू से सभी को हैरत में डाल दिया। इसके बाद फेस्टिवल में आई फिल्मो का प्रदर्शन जारी रहा। जोकि इस प्रकार है “दि शर्ट”, “कर्म भूमि कुरुक्षेत्र”, शॉर्ट फिल्म “लेफ्ट – आउट” (निर्देशित कोमल और प्रियंका) जो सिर्फ एक दिन में तैयार की गई, जो प्रेरित करती है ऐसे छात्रों को जो भीड़ में अकेला महसूस करते है। एनीमेशन फ़िल्म “पेशेंस” जिसके निर्माता-निर्देशक हैं बिहार से आये रोशन ने बताया कि उन्हें एक सड़क दुर्घटना को देखने के बाद यह फिल्म बनाने का मन बना। क्योंकि यह दुर्घटना देख कर उन्हें समझ में आया कि पेशेंस ना होने की सूरत में क्या हो सकता है। इसके अलावा अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला पर आधरित एनीमेशन फ़िल्म “अंतरिक्ष के लिए बनी हूँ मैं” का भी मंचन किया गया जो महिलाओं को किसी भी क्षेत्र में सफल होने की प्रेरणा देती है। इंग्लैंड से आई भारतीय निर्माता-निर्देशक द्वारा निर्मित फ़िल्म “फोरिजन” भी प्रदर्शित की गई। सिर्फ इतना ही नहीं फ़िल्म निर्माण से सम्बंधित एक कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसे एनऍफ़डीसी की क्रिएटिव ब्रांड डिज़ाइनर दीपा मिश्रा ने संबोधित किया। दीपा जो जेसीबोस यूनिवर्सिटी की ही पूर्व छात्रा हैं, ने फ़िल्म निर्माण के हर पहलू पर जानकारी साँझा की। जो फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र – छात्रों के लिए बहुत उपयोगी रहने वाली है।
दीपा मिश्रा द्वारा आयोजित मास्टर क्लास से पहले नामोनिक्स की विशेषग्य मोनिका गुप्ता ने अपनी कला का अद्भुत नमूना प्रस्तुत किया। आँखों पर काली पट्टी बाँध कर मोनिका ने हर वो चीज़ जो उन्होंने पहले नहीं देखी थी, मात्र हाथ से छूकर अपनी छठी इन्द्री से रंग और लिखी सभी कुछ बता दी। यहाँ तक कि उन्होंने किसी अनजाने विसिटिंग कार्ड और आइडेंटिटी कार्ड को पढ़कर भी बता दिया बिना अपनी आँखों से देखे। इसी प्रकार उन्होंने बोर्ड पर किसी छात्रा द्वारा 20 वस्तुओं के लिखे हुए नाम बिना एक भी बार देखे, केवल सुनाये जाने से याद कर लिए और फिर केवल क्रम संख्या बोंले पर उन्होंने बिना एक भी गलती किया वो सभी वस्तुओं के नाम बता दिएl मोनिका ने बताया कि ‘नैमोनिक्स’ विज्ञानं की एक विधा है जो पुरातन मान्यता, कि हमारी छठी इन्द्री भी एक्टिवेट की जा सकती है’ की ही तरह अपने मस्तिष्क को और अधिक प्रयोग कैसे किया जाए यह सिखाती है।
इस अवसर पर चंदन मेहता (निर्देशक), मुकेश गंभीर, संजय चतुर्वेदी (पीआरओ इन्डोगमा फिल्म फेस्टिवल) राजेश रॉय, मिठु दास (गुरुग्राम विश्वविद्यालय), आरको दे (वाईएम् सीए YMCA), आदित्य कुमार, गजराज नागर, ओम आनंद, चिराग गोयल और राजीव रंजन मुख्य तौर पर उपस्थित थे।