Connect with us

Faridabad NCR

इंस्पेक्टर सविता और साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने एनएचपीसी में के कर्मचारियों को साइबर अपराध व हनीट्रैप या वीडियो कॉल स्कैम से बचने के बारे में किया जागरूक

Published

on

Spread the love

Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा पुलिस द्वारा मनाए जा रहे साइबर जागरूकता माह के अंतर्गत जिला साइबर अपराध नोडल अधिकारी डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश के तहत वरिष्ठ नागरिक सेल प्रभारी इंस्पेक्टर सविता तथा साइबर थाना सेंट्रल व उनकी टीम ने आज एनएचपीसी कार्यालय पहुंचकर कर्मचारियों को साइबर अपराध हनी ट्रैप या वीडियो कॉल स्कैम के बारे में जागरूक किया है।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि एजीडीपी क्राइम हरियाणा के दिशा निर्देश के तहत पूरे हरियाणा में अक्टूबर माह को साइबर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी के तहत
फरीदाबाद पुलिस की टीम आज एनएचपीसी कार्यालय पहुंची और वहां पर मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक आयोजित की। बैठक में एनएचपीसी विभाग के कर्मचारी वीडियो कॉल के माध्यम से भी बैठक में उपस्थित हुए। पुलिस टीम ने कर्मचारियों को साइबर अपराध के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के युग में साइबर अपराध के तरीके भी बहुत अधिक बढ़ रहे हैं जिन पर अंकुश लगाने का एकमात्र तरीका है इसके बारे में जानकारी रखना। साइबर ठग विभिन्न माध्यम से अपराधिक गतिविधियां करने की फिराक में रहते हैं। साइबर अपराधी कई बार राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए देश की सरकारी एजेंसियों को अपना निशाना बनाते हैं जिसके लिए वह सरकारी विभाग में कार्य कर रहे कर्मचारियों को हनी ट्रैप में फंसा देते हैं और उनसे विभाग के अंदर की जानकारियां निकलवा लेते हैं जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं। हनी ट्रैप में आपराधिक तत्व लड़कियों का सहारा लेकर कर्मचारियों को अपने जाल में फसाते हैं। वह फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से आपके साथ आपको रिक्वेस्ट भेजती हैं और धीरे धीरे आपसे दोस्ती बढ़ती हैं। थोड़े समय पश्चात वह आपको अपने प्यार के जाल में फंसा लेती हैं और फोन पर आपके साथ अश्लील वीडियो कॉल करती है। इन अपराधियों द्वारा इस वीडियो कॉल को रिकॉर्ड कर लिया जाता है और बाद में इसे उसी कर्मचारी को भेजकर उसे ब्लैकमेल किया जाता है। कर्मचारी को धमकी दी जाती है कि यदि उसने उनका कहना नहीं माना तो वह इसे उनके सारे दोस्तों, रिश्तेदारों और परिजनों को भेज देंगे और उनकी पूरे समाज में बदनामी हो जाएगी। इस धमकी से डरकर कर्मचारी उनके झांसे में आ जाता है और उनकी बातें स्वीकार कर लेता है। साइबर अपराधी उससे सरकारी विभाग की अंदरूनी जानकारियां मंगवाते रहते हैं और उस जानकारी के आधार पर वह किसी आपराधिक गतिविधि को अंजाम देते हैं जिससे देश के नागरिकों तथा देश की संपत्ति को बड़ा नुकसान पहुंचे। इसीलिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इसके बारे में जागरूक होना अति आवश्यक है। इसीलिए किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल जानकारी साझा ना करें और इस प्रकार के वीडियो कॉल्स स्कैम के झांसे में ना आए तथा इस प्रकार की कोई भी समस्या आने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें, पुलिस द्वारा आपकी तुरंत सहायता की जाएगी। इस प्रकार अधिकारियों व कर्मचारियों को जागरूक करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। एनएचपीसी कर्मचारियों ने पुलिस टीम के इस जागरूकता कार्यक्रम के लिए तहे दिल से धन्यवाद किया।

Continue Reading

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com