Faridabad NCR
विभाग के विकास में योगदान देने की पेश की, प्रयोगशालाओं के अपग्रेडेशन में देंगे मदद
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj :19 फरवरी पूर्व छात्रों के साथ संवाद तथा जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा पूर्व छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में औद्योगिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों ने भाग लिया। संवाद कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्रों ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की प्रयोगशालाओं और पाठ्यक्रम में सुधार के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्ष डॉ पूनम सिंघल ने की। इस अवसर पर एलुमनाई सदस्यों ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों के साथ विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की तथा विद्यार्थियों द्वारा अंतिम वर्ष किये जाने वाले प्रोजेक्ट्स के महत्व पर बल दिया। एलुमनाई सदस्यों ने विद्यार्थियों को औद्योगिक समस्याओं से संबंधित प्रोजेक्ट्स बनाने के लिए प्रेरित किया तथा आश्वासन दिया कि विद्यार्थियों के अच्छे इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स को एलुमनाई एसोसिएशन की ओर से फंडिंग भी की जायेगी। एलुमनाई सदस्यों ने विद्यार्थियों के साथ अनुभव साझा किये तथा उन्हें अध्ययन के समय का सही उपयोग करने, इंजीनियरिंग की बुनियादी ज्ञान एवं कौशल हासिल करने के लिए बल दिया। उन्होंने कहा कि यह सही है कि औद्योगिक जगत में विश्वविद्यालय का एक अच्छी ब्रांड इमेज है जिससे विद्यार्थियों को अच्छी कंपनियों में नौकरी पाने में मदद मिल सकती है लेकिन नौकरी पाने के बाद, कौशल और ज्ञान ही है जो उन्हें उनकी नौकरी को सुरक्षित बनायेगा। इसलिए विद्यार्थी डिग्री हासिल करने के साथ-साथ इंजीनियरिंग कौशल भी हासिल करें।
इससे पहले, रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विसेज, गुरुगांव में सीनियर डिप्टी जनरल मैनेजर श्री अभिषेक शर्मा ने अक्षय ऊर्जा संसाधनों के रेलवे और औद्योगिक क्षेत्र में महत्व एक प्रस्तुति दी तथा अक्षय ऊर्जा संसाधनों से संबंधित विषय को पाठ्यक्रम में शामिल करने का सुझाव दिया।
डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रोडक्शन के निदेशक, मैनेजर मार्केटिंग ने विश्वविद्यालय में पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और ड्राइव्स लैब के विकास और आधुनिकीकरण में विभाग को सहयोग देने की पेशकश की। इसी तरह कुछ अन्य एलुमनाई ने विभिन्न एक्सप्रटिज को लेकर विभाग के साथ समझौता करने के लिए अपनी इच्छा दिखाई है।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने पूर्व छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विभाग के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र की विश्वविद्यालय की मजबूत विरासत का हिस्सा है तथा विश्वविद्यालय के विकास में उनकी अहम भूमिका है।
इस अवसर पर उपस्थित अन्य एलुमनाई सदस्यों में डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड में रोबोट ऑटोमेशन सॉल्यूशन प्रमुख श्री सुधीर चैधरी, त्रिवेता मेटल्स से श्री सुनील यादव, बेल्ज इंस्ट्रूमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री ए.के. नेहरा, सिकुरा इंजीनियर्स से श्री कुलवंत सिंह, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में जूनियर इंजीनियर श्री इंद्रजीत सिंह, महिरावली सिस्टम्स के निदेशक श्री जगजीत सिंह सोढ़ी, एनकोडर्स इंडिया से श्री राजेश नांगिया, जीईटी एंड डी इंडिया लिमिटेड से सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक श्री जय प्रकाश अरोड़ा और केंद्रीय लोक कार्य विभाग से सेवानिवृत्त सहायक अभियंता श्री सुनील दत्त शर्मा शामिल थे।