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Faridabad NCR

श्री सिद्धदाता आश्रम के अधिपति जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने दी दीक्षा

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : आज श्री सिद्धदाता आश्रम में नामदान कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें 300 लोगों ने गुरु से नाम की दीक्षा प्राप्त की। इस अवसर पर आश्रम के अधिपति श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने कहा कि दीक्षा प्राप्त आत्मा को यमराज के दूत हाथ नहीं लगाते हैं। आज यहां आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में 201 ने विभिन्न प्रकार की जांच कर लाभ लिया।

श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम के अधिष्ठाता अनंतश्री विभिूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने 300 लोगों को दीक्षा प्रदान की। इस अवसर पर भक्तों को पांच विधियों से गुजरना पड़ा जिसमें यज्ञ, ताप, नाम, यज्ञोपवीत, शरणागति शामिल होते हैं। श्री रामानुज संप्रदाय के मतानुसार दीक्षा प्राप्त भक्त की मुक्ति में कोई संशय नहीं रहता है और जीव आवागमन से छूट जाता है। इस अवसर पर स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने सभी विधियों को पूर्ण करने के बाद दिए संक्षिप्त प्रवचन में नामदान के महत्व एवं इसको धारण करने वाले शिष्यों के लिए कत्र्तव्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि दीक्षा प्राप्त करने के बाद गुरु के वचन को मानें और उन्हें अपने जीवन में स्वीकार करें। तभी इहलोक के बंधन खुलेंगे और जीवन निरापद हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सनातन वैष्णव परंपरा में भगवान और भक्त को मिलाने वाले गुरु का बड़ा ऊंचा स्थान बताया गया है। आप गुरु की युक्ति से ही मुक्ति का उपाय जान सकते हैं। इसलिए अपने जीवन में लक्ष्य बनाकर निरंतर सेवा को अपना ध्येय बनाकर भगवान का नाम जपो। इसी से मुक्ति का मार्ग प्राप्त होगा।

आज आश्रम में आयोजित मेडिकल कैंप में 200 लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। जिसमें होम्योपैथी, एलोपैथी, आयुर्वेदिक, एक्यूप्रेशर आदि विधियों से लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई एवं निशुल्क दवाइयां भी प्रदान की गई। यहां हर रविवार को मेडिकल कैंप लगता है वहीं महीने के दूसरे रविवार को मेगा कैंप का आयोजन होता है।

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