Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय को नैक द्वारा प्रत्यायन प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 20 दिसम्बर। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा प्रत्यायन प्रमाण पत्र प्राप्त हो गया। विश्वविद्यालय को नैक द्वारा मान्यता के दूसरे चक्र में ‘ए-प्लस’ ग्रेड और 3.32 के सीजीपीए के साथ पुनः मान्यता प्राप्त हुई है। मूल्यांकन का परिणाम 18 अक्टूबर, 2022 को आयोजित नैक की स्थायी समिति की 127वीं बैठक में घोषित किया गया था जोकि अगले पांच वर्षों के लिए वैध रहेगा।
नैक प्रत्यायन प्रमाण पत्र प्राप्त होने पर कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने विश्वविद्यालय की नैक समन्वयक टीम के सभी सदस्यों, शिक्षकों, कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को बधाई दी है। कुलपति प्रो. तोमर ने कहा कि इस उपलब्धि से जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने खुद को देश के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों की पंक्ति में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है जो शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए विश्वविद्यालय प्रयासों को दर्शाता है। कुलसचिव डॉ. एसके गर्ग ने कहा कि विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ‘ए-प्लस’ ग्रेड के साथ पुनः मान्यता गुणवत्ता मानकों पर विश्वविद्यालय की एक विशिष्ट उपलब्धि है, जिसके लिए विश्वविद्यालय की उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने वाला प्रत्येक व्यक्ति बधाई का पात्र है।
शैक्षणिक मामलों के डीन प्रो. आशुतोष दीक्षित ने कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय प्रदेश के उन प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय की पंक्ति में शामिल हो गया है, जिन्हें नैक ‘ए-प्लस’ ग्रेड हासिल है। उन्होंने बताया देश में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के मूल्यांकन के सर्वोच्च निकाय नैक ने सात बिंदु-पैमाने के मानदंडों पर विश्वविद्यालय का मूल्यांकन किया है, जिसमें पाठ्यचर्या के पहलू, शिक्षण-अध्ययन एवं मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार एवं विस्तार, बुनियादी ढांचा और अध्ययन के संसाधन, छात्र सहयोग एवं प्रगति व्यवस्था, शासन, नेतृत्व एवं प्रबंधन तथा संस्थागत मूल्य एवं विश्वविद्यालय द्वारा अपनाये जा रहे सर्वोत्तम अभ्यास शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि पांच सदस्यीय नैक पीयर टीम द्वारा 10 से 12 अक्टूबर, 2022 तक विभिन्न मानदंडों पर विश्वविद्यालय का मूल्यांकन किया गया था।