Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय करेगा ‘रन फार तिरंगा’ का आयोजन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 27 जुलाई। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के महत्व को लेकर जागरूक लाने के लिए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा श्रृंखलाबद्ध गतिविधियों की योजना बनाई है। साथ ही, विश्वविद्यालय अभियान के व्यापक प्रचार के लिए 4 अगस्त, 2022 को ‘रन फार तिरंगा’ का आयोजन करेगा।
यह निर्णय कुलपति प्रो. एस.के. तोमर की अध्यक्षता में सभी सभी डीन, विभागाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिकारी की बैठक में लिया गया। बैठक में कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग भी उपस्थित थे।
बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. तोमर ने कहा कि राज्य सरकार ने 13 से 15 अगस्त, 2022 तक स्वतंत्रता दिवस को उत्सव के रूप में मनाने और हरियाणा में ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को प्रोत्साहन देने का निर्णय लिया है। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में शुरू किये गये इस अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कुलपति प्रो. तोमर ने कहा कि हर घर तिरंगा एक अनूठा अभियान है, जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता लाने तथा देश के नागरिकों में देशभक्ति की भावना को प्रेरित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय श्रृंखलाबद्ध रूप से गतिविधियों का आयोजन करेगा, जिसमें छात्रों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी।
बैठक में बताया गया कि संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के वालंटियर अभियान के प्रति संवेदनशीलता लाने के लिए कक्षावार अभियान चलाएंगे। इसके अलावा, नुक्कड़ नाटक, कैंपस रैली, सेल्फी विद तिरंगे, ओपन माइक इवेंट और पिक्चर एग्जीबिशन जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। विश्वविद्यालय अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैशटैग ‘मेरा तिरंगा’ के साथ हैशटैग अभियान भी चलाएगा।
प्रो. तोमर ने छात्रों और कर्मचारियों से देश के स्वतंत्रता दिवस के 75वें महोत्सव के अवसर पर गर्व से राष्ट्रीय ध्वज फहराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार इस अभियान के माध्यम से लोगों को घरों में झंडा फहराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल घरों में तिरंगा फहराने तक ही सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि वाहनों में भी तिरंगा लगाने का हर संभव प्रयास किया जाये। उन्होंने कहा कि इस अभियान को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाना चाहिए।