Faridabad NCR
जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की आत्मनिर्भर भारत : हैकथॉन प्रतियोगिता संपन्न
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 25 मई जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योेगिकी वाईएमसीए, फरीदाबाद की इंस्टीट्यूट्स इनोवेशन काउंसिल (आईआईसी) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आत्मनिर्भर भारत – हैकथॉन प्रतियोगिता विजेताओं की घोषणा के साथ संपन्न हो गई।
समापन समारोह में हिंद हाइड्रॉलिक्स एंड इंजीनियर्स के निदेशक श्री सुखदेव सिंह मुख्य अतिथि रहे। इस अवसर पर कुलपति प्रो. दिनेश कुमार भी उपस्थित थे। इस अवसर पर बोलते हुए श्री सुखदेव सिंह ने युवा प्रतिभा एवं कौशल को सही दिशा देने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रतियोगिता की पहल को सराहनीय बताया।
कुलपति प्रो.दिनेश कुमार ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन पर आईआईसी के सदस्यों और आयोजन टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों को अपना कौशल और प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान करती हैं और उन्हें समाज की भलाई के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने प्रतियोगिता के विजेताओं को शुभकामनाएं भी दीं। समापन कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. एस.के. गर्ग और टीईक्यूआईपी समन्वयक डॉ. मुनीश वशिष्ठ भी उपस्थित थे।
प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार टीम साइबरक्रेट्स को वाहन की सर्विसिंग और रखरखाव लागत से संबंधित जानकारी देने संबंधित प्रोजेक्ट के लिए दिया गया। दूसरा पुरस्कार टीम सुविधा को कृषि क्षेत्र के समाधान और वर्चुअल ग्रेन मार्केट प्रोजेक्ट के लिए दिया गया और तीसरा पुरस्कार टीम शील्ड को कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए समाधान प्रदान करने के लिए दिया गया।
तीन दिवसीय हैकथॉन प्रतियोगिता में प्राप्त विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन जूरी के पैनल द्वारा विभिन्न मापदंडों पर किया गया था। जूरी पैनल में विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ माॅब के प्रतिनिधि, उद्योग विशेषज्ञ और संकाय सदस्य शामिल थे। माॅब से जूरी सदस्यों में विनोद राजपाल, मंजीत सबरवाल, अरविंदर सिंह नारंग और अनिल बरेजा शामिल थे।
यह आयोजन संस्थान इनोवेशन सेल के अध्यक्ष डॉ. लखविंदर सिंह, डॉ. सपना गंभीर और टीईक्यूआईपी परियोजना निदेशक डॉ. विक्रम सिंह और एलुमनाई और कॉर्पोरेट अफेयर्स सेल के निदेशक डॉ. संजीव गोयल की देखरेख में संपन्न हुआ।
डॉ. लखविंदर सिंह ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत हैकाथॉन प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों की 58 टीमों के 199 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (टीईक्यूआईपी) के अंतर्गत 5 लाख रुपये तक की प्रोत्साहन पुरस्कार राशि सीड मनी / इंक्यूबेशन प्रोत्साहन के रूप में प्रदान की जायेगी।
समापन कार्यक्रम के अंत में टीईक्यूआईपी के परियोजना निदेशक डॉ. विक्रम सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। आयोजन समिति से डॉ रश्मि पोपली और सुश्री रश्मि चावला ने भी कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना सहयोग दिया।