Faridabad NCR
किडनी एवं डायलिसिस मरीज डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करें पानी का सेवन
Faridabad Hindustanabtak.com/DineshBhardwaj : सेक्टर-16 स्थित मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स में किडनी से जुड़े रोगों पर निःशुल्क हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया। इसमें तक़रीबन 117 लोगों ने अपनी जाँच कराई। इस दौरान मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स से नेफ्रोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन विभाग के डायरेक्टर डॉ. श्रीराम काबरा ने हेल्थ कैंप में आये लोगों की किडनी से जुड़े रोगों की ठीक से जाँच की और बिना किसी शुल्क के परामर्श किया।
किडनी एवं डायलिसिस मरीजों के लिए पानी के सेवन पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए डॉ. श्रीराम काबरा ने कहा कि गर्मियों का मौसम आ गया है। इस मौसम में अक्सर पानी ज्यादा पिया जाता है। हमारे शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा पानी है। पानी पीना हमारे लिए बहुत जरूरी है क्योंकि यह शरीर से वेस्ट पदार्थ को बाहर निकालने के लिए भी आवश्यक है। अगर शरीर में पानी होगा तो किडनी को बहुत अच्छी ब्लड सप्लाई होगी और ब्लड प्रेशर भी ठीक रहेगा। पानी की जरूरत व्यक्ति की उम्र, हेल्थ कंडीशन पर निर्भर करती है। अगर किडनी फेलियर मरीज रोजाना डेढ़-दो लीटर पेशाब कर रहे हैं तो उन्हें उतनी ही मात्रा में तरल (लिक्विड) पदार्थों (जैसे पानी, चाय, छाछ, दूध) का सेवन करना चाहिए। अगर आपको पैरों में सूजन नहीं है, साँस की कोई समस्या नहीं है तो एक बार अपना यूरिन आउटपुट चेक करा लें। जितना यूरिन आ रहा है उतना ही मात्रा में लिक्विड लेना चाहिए।
जिन मरीजों के पैरों में बार-बार सूजन आती है, साँस फूलती है और साथ में हार्ट फेलियर के मरीज हैं, उनका जितना पेशाब आ रहा है, उससे आधा लीटर कम लिक्विड (तरल पदार्थों) का सेवन करना चाहिए, अन्यथा पैरों में सूजन और साँस फूलने की समस्या रह सकती है। डायलिसिस करा रहे कुछ मरीजों को यूरिन आउटपुट 2 लीटर आता रहता है तो वे उतना पानी नहीं ले सकते। कई मरीजों का दो डायलिसिस के बीच शरीर का वजन बढ़ जाता है तो उन्हें अपने पानी के सेवन को डॉक्टर की स्लाहानुसार सिमित कर देना चाहिए। सारे लिक्विड मिलाकर आपको एक लीटर से ज्यादा नहीं लेना चाहिए।
अगर आप किडनी ट्रांसप्लांट के मरीज हैं और 5-6 लीटर पेशाब आ रहा है तो आपको 5-6 लीटर पानी पीना चाहिए। लेकिन अगर एक सामान्य व्यक्ति रोजाना 6-7 लीटर पानी पीता है तो इससे आपके शरीर में सोडियम की कमी आ सकती है, हाइपोनेट्रिमिया (ब्लड में सोडियम का स्तर कम होना) की समस्या हो सकती है, पैरों में सूजन आ सकती है। अगर आपके डॉक्टर ने आपको 6-7 लीटर पानी पीने की सलाह नहीं दी है तो 6-7 लीटर पानी बिलकुल भी न पिएं यह सोचकर कि यह फायदेमंद रहेगा। किडनी स्टोन एवं पेशाब में बार-बार इन्फेक्शन के मरीजों को रोजाना 3.5-4 लीटर पानी पीना चाहिए। किडनी स्टोन के मरीजों को हाई शुगर मात्रा वाले पेय पदार्थों को पीने से बचना चाहिए, इससे शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है और यूरिक एसिड के स्टोन ज्यादा बन सकते हैं। कीमोथेरेपी कराने वाले कैंसर मरीजों को पानी पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए क्योंकि इस कीमोथेरेपी के कारण कई बार किडनी की कार्यक्षमता में कमी आ जाती है। सीटी एंजियोग्राफी, सीटी स्कैन, एंजियोप्लास्टी कराने वाले हृदय मरीजों में क्रिएटिन बढ़ने का रिस्क होता है इसलिए उन्हें डॉक्टर की सलाह अनुसार ही पानी की मात्रा को बढ़ाना चाहिए।